• '35 फीसदी ग्रामीण भारतीय अभी भी अशिक्षित'

    नई दिल्ली | सामाजिक-आर्थिक और जातिआधारित जनगणना (एसईसीसी) के आंकड़े शुक्रवार को केंद्र सरकार ने जारी कर दिए। इन आकंड़ों से पता चला है कि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले 35 फीसदी भारतीय निरक्षर हैं। सबसे अधिक अशिक्षित लोगों की संख्या (47.58 फीसदी) राजस्थान में है। वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से पता चला है...

    नई दिल्ली | सामाजिक-आर्थिक और जातिआधारित जनगणना (एसईसीसी) के आंकड़े शुक्रवार को केंद्र सरकार ने जारी कर दिए। इन आकंड़ों से पता चला है कि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले 35 फीसदी भारतीय निरक्षर हैं। सबसे अधिक अशिक्षित लोगों की संख्या (47.58 फीसदी) राजस्थान में है। वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से पता चला है कि निरक्षरता में राजस्थान के बाद मध्यप्रदेश का स्थान आता है यहां पर 44.19 फीसदी ग्रामीण आबादी अशिक्षित है। बिहार और तेलंगाना में क्रमश: 43.85 और 40.42 फीसदी लोग अशिक्षित हैं।

    ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों में केवल 3.45 फीसदी आबादी ऐसी है जो स्नातक है। इस श्रेणी में दिल्ली सबसे आगे है, जहां 9.62 फीसदी लोग स्नातक हैं।

    गोवा, पुडुचेरी और केरल में क्रमश: 9.62, 9.48 और 7.75 फीसदी लोगों ने उच्च शिक्षा ग्रहण की हुई है।


    आंकड़ों के मुताबिक घर और प्राथमिक शिक्षा के मामले में गुजरात सभी राज्यों से आगे है। राज्य में 27.99 फीसदी लोग ऐसे हैं जिन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी की है।

    इस श्रेणी में गुजरात के बाद त्रिपुरा और दादरा नगर हवेली का स्थान आता है। यहां पर क्रमश: 25.93 और 24.32 फीसदी लोगों ने प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की हुई है। पूरे देश में केवल 17.78 फीसदी लोगों ने ही प्राथमिक शिक्षा पूरी की है।

    जनगणना के मुताबिक, दिल्ली और गोवा में सबसे अधिक लोगों ने माध्यमिक स्तर तक शिक्षा ग्रहण की है, वहीं अगर राष्ट्रीय स्तर की बात करें तो केवल 5.41 फीसदी लोग ही ऐसे हैं जो माध्यमिक स्तर तक पढ़े हैं।

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