• अमरनाथ यात्रा शुरू, राजनाथ सिंह ने मत्था टेका

    जम्मू/श्रीनगर ! बहुप्रतीक्षित अमरनाथ यात्रा के लिए 1280 श्रद्धालुओं का पहला जत्था गुरुवार को जम्मू स्थित आधार शिविर से बम-बम भोले, हर-हर महादेव और जय बाबा बफार्नी के उद्घोष के बीच धार्मिक उत्साह और उमंग के साथ हिमलिंग के दर्शन के लिए रवाना हो गया।...

    जम्मू/श्रीनगर !   बहुप्रतीक्षित अमरनाथ यात्रा के लिए 1280 श्रद्धालुओं का पहला जत्था गुरुवार को जम्मू स्थित आधार शिविर से बम-बम भोले, हर-हर महादेव और जय बाबा बफार्नी के उद्घोष के बीच धार्मिक उत्साह और उमंग के साथ हिमलिंग के दर्शन के लिए रवाना हो गया। अमरनाथ यात्रा के पहले दिन गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया और पवित्र गुफा पहुंचकर पूचा अर्चना की। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अमरनाथ यात्रा के सुचारु और शांतिपूर्ण संचालन के लिए राज्य सरकार और अमरनाथ श्राईन बोर्ड द्वारा लागू किए गए सुरक्षा और अन्य उपायों पर संतोष व्यक्त किया।

    राजनाथ सिंह ने सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेने के लिए आज सुबह पवित्र गुफा श्राईन का दौरा किया और यात्रा संबंधी प्रबंधों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि वे इंतजामों से संतुष्ट हुए हैं क्योंकि तीर्थयात्री उनके लिए किए गए प्रबंधों से प्रसन्न हैं। राजनाथ सिंह ने पवित्र गुफा पहुंच पूजा-अर्चना की और शिवलिंग के दर्शन किए।

    उन्होंने अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित, संरक्षित और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए जम्मू एवं कश्मीर सरकार को सभी सहयता प्रदान करने की प्रतिबद्धता दोहराई। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए किए गए विशेष उपायों को लेकर उन्होंने राज्य सरकार की सराहना भी की।

    राजनाथ ने श्रीनगर में राज्यपाल एन.एन. वोहरा से भी मुलाकात की और बाहरी तथा आंतरिक सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए राहत और पुनर्वास से संबंधित मुद्दों और अमरनाथ यात्रा से जुड़े उपायों पर भी चर्चा की।


    मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए राजनाथ सिंह ने सितंबर 2014 के बाढ़ पीड़ितों को सभी प्रकार की सहायता और समर्थन देने के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू एवं कश्मीर को पूर्णत: पुनर्वासित और समृद्ध राज्य के रूप में देखने के इच्छुक हैं।

    उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार सभी शिकायतों और मुद्दों को सुनने के लिए तैयार है, हालांकि उन्होंने हिंसा और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को सिरे से खारिज किया। राजनाथ सिंह ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में कुल मिलाकर सुरक्षा की स्थिति में सुधार होगा जिससे वहां सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (अफस्पा) की कोई आवश्यकता नहीं होगी।

    राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की ओर से सकारात्मक रवैए की उम्मीद करते हुए कहा कि भारत पाकिस्तान और अन्य पड़ोसी देशों के साथ सौहाद्र्र और मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि फिलहाल कश्मीर में अलगाववादी हुर्रियत कांफ्रेंस के साथ बातचीत का कोई प्रस्ताव नहीं है।

    दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले राजनाथ सिंह ने दरगाह हजरतबल का दौरा किया और राज्य में शांति तथा समृद्धि के लिए प्रार्थना की।

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