• मेरे ऊपर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियादः सुधांशु मित्तल

    लंदन । आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी के घेरे में फंसे भाजपा नेता सुधांशु मित्तल ने सभी आरोपों को खारिज किया है। इन दिनों ब्रूसेल्स में मौजूद मित्तल ने कहा है कि मेरे ऊपर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने ये भी कहा कि वे ललित मोदी से कभी मिले ही नहीं हैं। इससे पहले अपने ट्वीट से ललित मोदी ने सोनिया गांधी और वरुण गांधी को भी निशाने पर लिया था।आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर एक नया खुलासा किया है। ...

    लंदन । आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी के घेरे में फंसे भाजपा नेता सुधांशु मित्तल ने सभी आरोपों को खारिज किया है। इन दिनों ब्रूसेल्स में मौजूद मित्तल ने कहा है कि मेरे ऊपर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने ये भी कहा कि वे ललित मोदी से कभी मिले ही नहीं हैं। इससे पहले अपने ट्वीट से ललित मोदी ने सोनिया गांधी और वरुण गांधी को भी निशाने पर लिया था।आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर एक नया खुलासा किया है। अब उन्हरोंने सोनिया गांधी और वरुण गांधी के बाद भाजपा नेता सुधांशु मित्तल को इस विवाद में लपेट लिया है। आज किए गए ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि सुधाशुं मित्तल बताएं कि उनके हवाला कारोबारी विवेक नागपाल से क्या संबंध हैं? इससे पहले उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की सेक्रेटरी ओमिता पॉल्स का भी नागपाल से संबंध बताया था। गौरतलब है कि बुधवार को किए ट्विट में ललित मोदी ने लिखा था कि कुछ साल पहले वरुण गांधी मेरे लंदन आवास पर आए थे। उन्होंने आंटी (सोनिया गांधी) के साथ सभी मामलों का निपटारा कर देने का भरोसा दिया था। वह चाहते थे कि मैं इटली में रहने वालीं सोनिया की बहन से मिलूं। सोनिया की बहन ने काम के बदले 360 करोड़ रुपये की मांग की थी। उनके पास इस मुलाकात की वीडियो रिकॉर्डिंग भी है। वरुण को बताना चाहिए कि उन्होंने अपनी आंटी के बारे में क्या कहा था। रोज नए शिगूफे छोड़ रहे उद्योगपति ललित मोदी ने राजनीतिक पार्टी बनाने का एलान कर दिया है। उन्होंने ट्विटर पर अपील की कि जो भारतीय राजनीति को स्वच्छ बनाना चाहते हैं, वे उनकी पार्टी से जुड़़ें। यह भी लिखा कि मैं ऐसे ही खुलासे करता रहूंगा, मुझे किसी चीज का डर नहीं है। मैंने अपने देश को और आईपीएल को 47 हजार करोड़ रुपये दिए हैं। जो भी भ्रष्टाचार मुक्त देश चाहते हैं, जिसमें किसी का निजी हित, गंदी राजनीति, भ्रष्ट अधिकारी, ब्लैकमेल करने वाले ईडी-आईटी अधिकारी, देश के संसाधनों को दोहन करने वाले व्यापारी न हो, आप भी मेरी इस लड़ाई में शामिल हों। उन्होंने खोजी पत्रकारों को भी शामिल होने का न्योता दिया है।


अपनी राय दें