• विजेंदर बने पेशेवर मुक्केबाज

    नई दिल्ली ! भारतीय मुक्केबाजी जगत के सबसे बड़े सितारों में से एक ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह अब पेशेवर मुक्केबाज बन गए हैं। आईओएस स्पोर्ट्स एंड इंटरटेनमेंट कम्पनी से जुड़े विजेंदर ने सोमवार को लंदन में क्वींसबरी प्रोमोशंस नाम की प्रोमोशन कम्पनी के साथ पेशेवर करार किया।...

    नई दिल्ली !   भारतीय मुक्केबाजी जगत के सबसे बड़े सितारों में से एक ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह अब पेशेवर मुक्केबाज बन गए हैं। आईओएस स्पोर्ट्स एंड इंटरटेनमेंट कम्पनी से जुड़े विजेंदर ने सोमवार को लंदन में क्वींसबरी प्रोमोशंस नाम की प्रोमोशन कम्पनी के साथ पेशेवर करार किया।

    इस करार के तहत विजेंदर को पहले साल कम से कम छह मुकाबले लड़ने होंगे। क्वींसबरी प्रोमोशंस के साथ विजेंदर का करार बहुवर्षीय है।

    आईओएस स्पोर्ट्स एंड इंटरटेनमेंट कम्पनी के सीईओ और एमडी नीरव तोमर ने कहा कि वह क्वींसबरी प्रोमोशंस के फ्रांसिस वारेन को सालों से जानते हैं और काफी समय से विजेंदर जैसे चैम्पियन मुक्केबाज के साथ पेशेवर करार को लेकर उनकी वारेन के साथ बातचीत चल रही थी।

    विजेंदर सिंह ने कहा, "पेशेवर मुक्केबाजी अपनाने को लेकर मैं बेहद रोमांचित हूं और जीवन के नए दौर को लेकर तैयार हूं। मैं कठिन अभ्यास कर वैश्विक स्तर पर देश के लिए प्रदर्शन करना चाहता हूं।"


    विजेंदर राष्ट्रमंडल खेलों (2006, 2014) में दो बार रजत पदक, एशियाई खेलों (2006), बीजिंग ओलम्पिक (2008), विश्व एमैच्योर चैम्पियनशिप (2009) और राष्ट्रमंडल खेल (2010) में कांस्य पदक जीत चुके हैं।

    एशियाई खेलों (2010) में विजेंदर ने देश को स्वर्ण पदक दिलाया और 2009 में मिडिलवेट कैटेगरी में दुनिया के सर्वोच्च रैंकिंग वाले मुक्केबाज चुने गए।

    हरियाणा में भिवानी के रहने वाले 29 वर्षीय विजेंदर मैनचेस्टर में प्रख्यात प्रशिक्षक ली बियर्ड के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण हासिल करेंगे।

    क्वींसबरी के पास 40 से अधिक पेशेवर मुक्केबाजों के प्रमोशन का अनुभव है। इनमें हामेद, ब्रूनो, टायसन, कालघेज, बेन, कोलिंस, आमिर खान और हाटन प्रमुख हैं। वॉरेन एक इंटनेशनल हाल ऑफ फेम प्रमोटर के पुत्र हैं।

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