• भाजपा के 4 मंत्रियों को बर्खास्त करने की आप की मांग

    नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं ने आज यहां विरोध प्रदर्शन करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चार मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग की। पार्टी ने आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी की कथित मदद करने के आरोप में सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे सहित अन्य मामलों में स्मृति ईरानी और पंकजा मुंडे को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की। आप के प्रदर्शनकारी सुबह 10 बजे के आसपास जंतर मंतर पर जमा हुए और भाजपा से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।...

    नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं ने आज यहां विरोध प्रदर्शन करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चार मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग की। पार्टी ने आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी की कथित मदद करने के आरोप में सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे सहित अन्य मामलों में स्मृति ईरानी और पंकजा मुंडे को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की। आप के प्रदर्शनकारी सुबह 10 बजे के आसपास जंतर मंतर पर जमा हुए और भाजपा से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। जैसे ही आप के कार्यकर्ताओं ने संसद मार्ग की ओर मार्च किया, सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को रोका, जिसके बाद वहां संघर्ष शुरू हो गया। आप ने चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में गलत जानकारी मुहैया कराने के मामले में स्मृति को बर्खास्त करने की मांग की। पार्टी ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व प्रमुख ललित मोदी की कथित रूप से मदद करने के आरोप में सुषमा और राजे के इस्तीफे की भी मांग की। इस प्रदर्शन में आप की महिला इकाई भी शामिल हुई। इन्होंने एक कथित घोटाले में महाराष्ट्र की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे की भूमिका के संबंध में उनके इस्तीफे की मांग की। इनमें से एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "भाजपा कुछ नहीं कर रही है। अमित शाह को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए और त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।" आप कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, "प्रधानमंत्री को स्मृति और सुषमा के बारे में बोलना चाहिए था। इस मामले में उनकी चुप्पी स्वीकार्य नहीं है।"


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