• 4300 हिन्दू और सिख शरणार्थियों को मिली भारतीय नागरिकता

    नयी दिल्ली ! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से लोकसभा चुनाव में किए गए वादे को पूरा करते हुए भारत सरकार ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए 4300 हिन्दू और सिख शरणार्थियों को एक साल के भीतर भारत की नागरिकता प्रदान कर दी है। सरकारी आंकडों के अनुसार इस समय देश में पाकिस्तान ,बंगलादेश और अफगानिस्तान से आए करीब दो लाख हिन्दू अौर सिख शरणार्थी रह रहे हैं।...

    नयी दिल्ली !   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से लोकसभा चुनाव में किए गए वादे को पूरा करते हुए भारत सरकार ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए 4300 हिन्दू और सिख शरणार्थियों को एक साल के भीतर भारत की नागरिकता प्रदान कर दी है। सरकारी आंकडों के अनुसार इस समय देश में पाकिस्तान ,बंगलादेश और अफगानिस्तान से आए करीब दो लाख हिन्दू अौर सिख शरणार्थी रह रहे हैं। सरकार ने इन्हे नागिरकता प्रदान करने का शरुआती कदम उठाते हुए पहली खेप में 43़00 ऐसे शरणार्थियों को देश की नागरिकता दे दी है। इन्हें यह नागरिकता गृह मंत्रालय की पहल पर दी गयी है। भारतीय जनता पार्टी पहले ही कह चुकी है कि वह दूसरे देशों में यातना झेल रहे हिन्दुओं के लिए भारत को स्वाभाविक रुप से उनका देश मानती है और ऐसे लोगों के लिए भारत के दरवाजे हमेशा खुले हैं। मई 2014 से लेकर अब तक मध्यप्रदेश में करीब 19 हजार शरणार्थियों को लंबी अवधि का वीज जारी किया जा चुका है। ऐसे ही 11 हजार वीजा राजस्थान में तथा 4 हजार वीजा गुजरात में जारी किए गए हैं। गृहमंत्रालय ने अप्रैल में लंबी अवधि के वीजा आवेदन के लिए आनलाइन व्यवस्था शुुरु की थी। यह व्यवस्था खासतौर पर ऐसे हिन्दू और सिख शरणार्थियों के लिए की गयी है जो अल्पसंख्यक होने के कारण पाकिस्तान ,बंगलादेश और अफगानिस्तान में कयी तरह की मुसीबतें झेल रहे हैं और हमेशा के लिए अपने वतन भारत लौटना चाहते हैं। इस समय राजस्थान के जोधपुर ,जैसलमेर,बीकानेर और जयपुर शहर में पाकिस्तान से आए करीब 400 हिन्दू शरणार्थी रह रहे हैं। बंगलादेश से अाए हिन्दू शरणार्थियों में से ज्यादातर ने पश्चिम बंगाल अौर पूर्वोत्तर राज्यो में शरण ले रखी है। ज्यादातर सिख शरणार्थी पंजाब ,दिल्ली और चंडीगढ में बसे हुए हैं।


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