बैंकॉक ! सुमात्रा द्वीप पर माउंट सिनाबुंग ज्वालामुखी की सक्रियता बढ़ने संबंधी चेतावनी के बाद इंडोनेशिया के अधिकारियों ने इसकी ढलान पर रह रहे करीब 6,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया है। यह जानकारी आज नेशनल एजेंसी फॉर डिजास्टर मैनेजटमेंट ने दी। एजेंसी ने एक बयान में कहा कि ज्वालामुखी के शीर्ष पर लावा की मात्रा 30 लाख घन मीटर से ज्यादा बढ़ गई है और यह 'अस्थिर' है। समाचार एजेंसी 'एफे' ने नेशनल एजेंसी फॉर डिजास्टर मैनेजटमेंट के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वो नुगरोहो के हवाले से बताया, "ज्वालामुखी के ऊपरी हिस्से के गिरने के बाद लावा दक्षिण पूर्व में बहकर सात किलोमीटर आगे तक निकल जाने का खतरा है।" फरवरी 2014 में सिनाबुंग ज्वालामुखी के फटने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। यह सितंबर 2010 से आंशिक रूप से सक्रिय है। माउंट सिनाबुंग 400 वर्षो तक सुसुप्त अवस्था में रहने के बाद अगस्त 2010 में पहली बार धधक उठा। ज्वालामुखी से बार-बार लावा, पत्थर एवं राख निकलने के चलते 2013 और 2014 के बीच 25,000 से अधिक लोगों को इसकी जद में आने वाली जगह से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।