• दिल्ली में भी मैगी के नमूने फेल, बैन पर आज हो सकता है फैसला

    नई दिल्ली ! नेस्ले नूडल मैगी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली में मैगी के 13 नमूनों की जांच में 10 के फेल हो जाने के बाद इस मुद्दे पर बुधवार को दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक अहम बैठक बुलाई गई है। बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री समेत नेस्ले के अधिकारी शामिल होंगे। दिल्ली सरकार ने नेस्ले अधिकारियों को समन जारी किया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली में मैगी पर बैन को लेकर इस मीटिंग में फैसला लिया जा सकता है। खबरों के अनुसार, दिल्ली सरकार मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्ले के खिलाफ कार्रवाई पर भी विचार कर रही है। ...

    नई दिल्ली  !  नेस्ले नूडल मैगी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली में मैगी के 13 नमूनों की जांच में 10 के फेल हो जाने के बाद इस मुद्दे पर बुधवार को दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक अहम बैठक बुलाई गई है। बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री समेत नेस्ले के अधिकारी शामिल होंगे। दिल्ली सरकार ने नेस्ले अधिकारियों को समन जारी किया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली में मैगी पर बैन को लेकर इस मीटिंग में फैसला लिया जा सकता है। खबरों के अनुसार, दिल्ली सरकार मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्ले के खिलाफ कार्रवाई पर भी विचार कर रही है। मुंबई में मैगी के दो सैंपल जांचे गए, हालांकि इसमें कोई भी हानिकारक तत्व नहीं मिला। लेकिन गोरखपुर और कोलकाता में जांच के दौरान मैगी के नमूने खतरनाक पाए गए। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस मामले पर एक चैनल से बातचीत के दौरान कहा, ‘सभी जानकारी जुटाई जा रही है और इस पर आज कोई बड़ा फैसला लिया जाएगा। दिल्ली सरकार नेस्ले के खिलाफ केस दर्ज करा सकती है।’ सूत्रों के अनुसार, जैन बुधवार को नेस्ले के अधिकारियों से भी मुलाकात कर सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि शहर में विभिन्न इलाकों से पिछले हफ्ते मैगी के 13 नमूने लिए गए थे। इनमें से 10 में सीसे की मात्रा तय सीमा से अधिक पाई गई है। सीसे की तय मात्रा 2.5 पीपीएम है। उन्होंने कहा कि मसाला के पांच नमूनों में मोनोसोडियम ग्लूटामेट पाया गया है, जबकि लेबल पर इसकी जानकारी नहीं दी गई है, जो ब्रांड की गलत जानकारी देने में आता है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) से सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने ये नमूने लिए थे। देश के कई राज्यों में मैगी की जांच चल रही है। केरल में सरकारी दुकानों से मैगी हटाने के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं। हरियाणा, गुजरात, और पश्चिम बंगाल में भी मैगी के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। हालांकि नेस्ले इंडिया ने दावा किया है कि बाहरी प्रयोगशाला तथा उसकी खुद की जांच में इन उत्पादों को 'खाने के लिए सुरक्षित’ पाया गया है।


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