• ‘प्रचार से नहीं भर सकता लोगों का पेट’

    नई दिल्ली ! माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) ने मोदी सरकार द्वारा अपना एक साल पूरा होने के सिलसिले में सैकड़ों रैलियां तथा प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित करने की आलोचना करते हुए कहा है कि लोगों का पेट केवल प्रचार से नहीं भरा जा सकता। पार्टी ने 31 मई को प्रकाशित होने वाले अपने मुखपत्र पीपुल्स डेमोक्रेसी में मोदी सरकार के साल के कामकाज की समीक्षा करते हुए लिखा है...

    माकपा ने की मोदी सरकार की आलोचनानई दिल्ली !   माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) ने मोदी सरकार द्वारा अपना एक साल पूरा होने के सिलसिले में सैकड़ों रैलियां तथा प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित करने की आलोचना करते हुए कहा है कि लोगों का पेट केवल प्रचार से नहीं भरा जा सकता। पार्टी ने 31 मई को प्रकाशित होने वाले अपने मुखपत्र पीपुल्स डेमोक्रेसी में मोदी सरकार के साल के कामकाज की समीक्षा करते हुए लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर मथुरा में मीडिया के सामने बडा ‘शो’ किया। भाजपा ने कहा है कि हर केन्द्रीय मंत्री कम से कम तीन जनसभाएं तथा तीन प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित करेगा। इस तरह से 200 से अधिक जनसभाएं तथा 200 से अधिक  प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित किए जाएंगें। इसके अलावा संघ परिवार तथा भाजपा के अन्य नेता भी 200 जनसभाएं करेंगे।  माकपा ने कहा है कि इस तरह की रैलियों और अखबारों में विज्ञापन प्रचार कर लोगों का पेट नहीं भरा जा सकता है। जब तक सरकार अपनी जनविरोधी नीतियों का त्याग नहीं करती है और साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण को खत्म नहीं करती है, तब तक जनता का भला नहीं हो सकता है।  पार्टी ने राजधानी से प्रकाशित होने वाले कई अंग्रेजी अखबारों का हवाला देते हुए कहा है कि एक तरफ तो इन अखबारों ने अपने संपादकीय में मोदी सरकार के कार्यकाल में आर्थिक विकास की गति धीमी होने पर चिन्ता जाहिर की है और दूसरी तरफ अपने सर्वेक्षणों  में मोदी सरकार को एक साल में ‘ डिसङ्क्षटक्शन’ के साथ पास घोषित किया है। मीडिया पर कारपोरेट के नियंत्रण से उसकी विश्वसनीयता भी खतरे में पड़ गई है।

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