• सरे आम बात से पलटने को लेकर मोदी पर सोनिया का हमला

    नई दिल्ली ! कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पारदर्शिता के मुद्दे पर सरेआम अपनी बात से पलटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आज तगड़ा हमला बोला और आरोप लगाया कि उनकी सरकार जानबूझकर मुख्य सूचना आयुक्त, सीवीसी और लोकपाल जैसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियां नहीं कर रही है। ...

    नई दिल्ली !  कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पारदर्शिता के मुद्दे पर सरेआम अपनी बात से पलटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आज तगड़ा हमला बोला और आरोप लगाया कि उनकी सरकार जानबूझकर मुख्य सूचना आयुक्त, सीवीसी और लोकपाल जैसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियां नहीं कर रही है। भाजपा सरकार पर  आरटीआई अधिनियम को निष्प्रभावी बनाने के प्रयास करने का आरोप लगाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि नागरिकों को अब सरकार से सवाल करने का अधिकार नहीं है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और कैग के अलावा अब प्रधानमंत्री कार्यालय और कैबिनेट सचिवालय आरटीआई के तहत उल्लंघन के लिए जवाबदेह नहीं हैं और सार्वजनिक जांच से सुरक्षित हैं।  उन्होंने कहा कि एक साल पूरा हो जाने के बाद भी सरकार के पास कामकाज के नाम पर बताने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है। कांग्रेस पार्ल्यामेंट्री पार्टी की एक मीटिंग में सोनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सारी सत्ता अपने पास रख ली है और संसद में सरकार का रवैया अहंकार  भरा है। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आर्थिक मोर्चे पर कोई ठोस काम नहीं हुआ है और प्रधानमंत्री देश के बाहर पिछली सरकारों की आलोचना कर रहे हैं।सोनिया ने कहा, उनकी किस बात पर वाहवाही की जाए? उन्होंने हमारे लैंड बिल में किसान विरोधी संशोधन किए। उन्हें किसानों की तकलीफ को नजरअंदाज करने के लिए शाबाशी दी जाए? उन्होंने कहा कि मंत्रियों के होने का ज्यादा मतलब नहीं रह गया है। सशक्त माने जाने वाले नौकरशाह भी लाचार महसूस कर रहे हैं क्योंकि सभी प्रमुख फाइलें पीएमओ में फैसला लिए जाने का इंतजार कर रही हैं। जो स्वतंत्र संस्थाएं सरकारी मशीनरी के कामकाज पर सवाल उठा सकती थीं, वहां महत्वपूर्ण पद खाली हैं।भूमि बिल पर राहुल की भूमिका की तारीफकांगेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सरहाना करते हुए कहा कि उन्होंने इस मुद्दे और किसानों की दुर्दशा को संसद और संसद के बाहर शिद्दत के साथ उठाया है। श्रीमती गांधी ने यहां पार्टी संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक लगातार राजनीतिक विचार विमर्श का एक बडा मुद्दा बना हुआ है। उन्होंने कहा '' मुझे इस बात की खुशी है कि राहुल हमारे सहयोगियों तथा पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे को संसद में तथा बाहर जोरदार ढँग से उठाया और किसानों की दुर्दशा को सामने रखा।ÓÓ उन्होंने।9 अप्रैल की किसान खेत मजदूर रैली को सफल बनाने के लिए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा कि इससे यह साबित होता है कि हम जब एकजुट होकर काम करते हैं तो अपनी क्षमता का बेहतर प्रदर्शन करते हैँ और हमें कामयाबी मिलती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जिस ताकत के साथ संसद और संसद के बाहर किसानों के मुद्दों को उठाया है उससे पार्टी को मनो बल बढा है और पार्टी की सामूहिक क्षमता का बखूबी प्रदर्शन हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार को किसान विरोधी सरकार बताया और कहा कि सरकार ने पुराने भूमि अधिग्रहण विधेयक में किसानों हितों के विंदुओं को बदला है। उन्होंने सरकार को किसानों की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा देश में किसान को इस सरकार ने आज जिस हालात में पहंचा दिया है पहले किसान की कभी यह दशा नहीं रही है।

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