• भारत ने बचाव कार्य में झोंकी ताकत

    नई दिल्ली/काठमांडो ! भूकम्प से प्रभावित नेपाल की भारत हरसंभव मदद की कोशिश में लगा हुआ है। नेपाल में राहत व बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ के दस दल जुटे हुए हैं। भारत ने नेपाल को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है। भारत नेपाल से अबतक ऑपरेशन मैत्री के तहत 1935 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल चुका है। ऑपरेशन मैत्री जारी है।...

    बचाव का काम युद्धस्तर पर जारीभारत नेपाल की मदद करने में सबसे आगेप्रधानमंत्री मोदी ने सेना का जताया आभार नई दिल्ली/काठमांडो !  भूकम्प से प्रभावित नेपाल की भारत हरसंभव मदद की कोशिश में लगा हुआ है। नेपाल में राहत व बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ के दस दल जुटे हुए हैं। भारत ने नेपाल को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है। भारत नेपाल से अबतक ऑपरेशन मैत्री के तहत 1935  लोगों को सुरक्षित बाहर  निकाल चुका है। ऑपरेशन मैत्री जारी है। वहीं सरकार ने आपदा में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा राशि बढ़ाकर छह लाख रुपए कर दी है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में राहत व बचाव कार्य में लगे चिकित्सक व सेना को धन्यवाद दिया। प्रभावित काठमांडो में अभी भी हर तरफ खौफ का मंजर पसरा हुआ है। यहां के स्थानीय निवासी, विशेष रूप से महिलाएं और बच्चे छोटे-छोटे समूहों में सड़कों पर इक_ा हैं और अभी भी भूकम्प के बाद के झटकों के डर की वजह से अपने घरों में जाने से कतरा रहे हैं। अधिकतर लोग नेपाल में हुई इस तबाही पर अपने विचार साझा कर रहे हैं। कुछ लोग खुले मैदान में ही चाय और खाना बना रहे हैं। कल्पना नामक एक महिला ने कहा, मैं किसी भी कीमत पर अपने घर नहीं जाऊंगी। मैं अभी शनिवार को हुए हादसे से उबर नहीं पाई हूं। मैं तब तक बाहर रहूंगी, जब तक यह सुनिश्चित नहीं हो जाए कि हम सुरक्षित हैं।एनडीआरएफ के 10 दल बचाव अभियान में जुटेराष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 10 दलों ने नेपाल में भीषण भूकम्प के साथ आई आपदा के तीसरे दिन राहत एवं बचाव अभियान पूरी तैयारी के साथ शुरू कर दिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि एक मानवरहित विमान को भी यहां से खोजबीन के लिए भेजा गया है।'पेट्रोलियम पदार्थों की कमी नहीं होने देंगेÓकेंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने यहां आज कहा, नेपाल में पेट्रोलियम पदार्थो की कमी नहीं होने दी जाएगी। भारत सरकार द्वारा नेपाल की मांग के अनुरूप पूरी आपूर्ति की जाएगी। भारत नेपाल की हर संभव सहायता के लिए तैयार है। आपदा संकट की स्थिति में पेट्रोलियम पदार्थों की मांग और बढ़ जाती है।फिर से झटके सहमे लोगभूकम्प की तीव्रता 6.6 मापी गई नेपाल व भारत के कुछ हिस्सों में तीसरे दिन भी झटके महसूस किए गए। नेपाल में बचाव व राहत कार्य तेजी से चल रहा है। इसी बीच मौसम विभाग ने नेपाल व उसके आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है। नेपाल की राजधानी काठमांडो सहित भारत के बिहार के कई इलाकों सहित सिक्किम, पश्चिम बंगाल और असम में आज शाम भूकम्प के ताजा झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकम्प की तीव्रता 6.6 मापी गई है। शनिवार और रविवार के बाद यह भूकम्प का तीसरा बड़ा झटका माना जा रहा है। पहले से ही दशहत के माहौल में रह रहे लोगों के लिए आज का भूकम्प का झटका और डराने वाला है। नेपाल में आए विनाशकारी भूकम्प में असम के सात व्यक्तियों की मौत हो गई है, और उनके शव वापस लाए जा रहे हैं।  बिहार के पूर्णिया, सहरसा, मधुबनी, अररिया, छपरा और पटना में भूकम्प के झटके महसूस किए गए हैं। नेपाल में आए शक्तिशाली भूकम्प के चलते मरने वालों की तादाद 3815 हो गई है। वहीं, हजारों अन्य लोग घायल हैं। जानकारी के अनुसार, आज नेपाल में मौसम साफ होने के चलते बचाव और राहत के काम में तेजी आई है। हालांकि, बारिश की आशंका भी जताई जा रही है। भूकंप प्रभावित नेपाल में बचाव कर्मियों ने सोमवार को घरों और इमारतों के टनों मलबे में फंसे जीवित लोगों का पता लगाने के लिए अभियान तेज कर दिया और बचाव दल दूर-दराज के पहाड़ी इलाकों में पहुंचने लगे हैं।

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