• अब आपके मोबाइल पर मिलेगा रेल टिकट

    नई दिल्ली ! रेल यात्रियों को मोबाइल पर कागज रहित अनारक्षित ई-टिकट उपलब्ध कराने के लिए रेलवे ने एक मोबाइल एप्लीकेशन विकसित की है जिसे आज देश के तीन उपनगरीय मार्गों पर प्रायोगिक तौर पर शुरू किया गया। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने यहां रेलवे सूचना प्रणाली केन्द्र (क्रिस) के मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में इस सेवा का उद्घाटन किया। इस मौके पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ए के मित्तल, रेलवे बोर्ड में सदस्य (यातायात) अजय शुक्ला, बोर्ड के अतिरिक्त सदस्य (कम्प्यूटरीकरण एवं सूचना प्रौद्योगिकी) मोहम्मद जमशेद और क्रिस की प्रमुख वंदना नंदा मौजूद थीं।...

    पांच मिनट में अनारक्षित टिकट देगा रेलवेनई दिल्ली !   रेल यात्रियों को मोबाइल पर कागज रहित अनारक्षित ई-टिकट उपलब्ध कराने के लिए रेलवे ने एक मोबाइल एप्लीकेशन विकसित की है जिसे आज देश के तीन उपनगरीय मार्गों पर प्रायोगिक तौर पर शुरू किया गया। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने यहां रेलवे सूचना प्रणाली केन्द्र (क्रिस) के मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में इस सेवा का उद्घाटन किया। इस मौके पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ए के मित्तल, रेलवे बोर्ड में सदस्य (यातायात) अजय शुक्ला, बोर्ड के अतिरिक्त सदस्य (कम्प्यूटरीकरण एवं सूचना प्रौद्योगिकी) मोहम्मद जमशेद और क्रिस की प्रमुख वंदना नंदा मौजूद थीं। चेन्नई में भी इस सेवा को शुरू किया गया जहां राज्यसभा सांसद टी के रंगराजन मौजूद थे। चेन्नई से वीडियो कान्फ्रेङ्क्षसग से दोनों समारोह एक दूसरे से जुड़े थे। प्रभु ने कहा कि रेल यात्रियों को भीड़भाड़ से बचाने एवं पांच मिनट के अंदर अनारक्षित टिकट उपलब्ध कराने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में यह मोबाइल एप्लीकेशन बहुत ही अहम कदम है । इससे रेल यात्री, रेल कर्मचारी सभी खुश होंगे। इससे बड़ी मात्रा में कागज की भी बचत होगी। इससे धन, संसाधन एवं समय की बचत के साथ साथ सेवा आसान होगी। आधुनिक प्रौद्योगिकी से रेलवे उपभोक्ता सेवाओं और रेलवे के प्रबंधन में बहुत सुधार करने एवं इसे गतिशील पारदर्शी बनाने की गुंजाइश है।  रेलवे में बजट में की गईं घोषणाओं एवं परियोजनाओं के क्रियान्वयन, रेलवे बोर्ड की बैठकों एवं उनके निर्णयों, जोनल रेलवे के काम आदि पर निगरानी के लिए एक पोर्टल ई-समीक्षा की कल ही शुरूआत हुई है।  नहीं मिलेगा रिफंडटिकट बुक होने के बाद यह डाटाबेस में कूटबद्ध होकर सुरक्षित रहेगा। इसे एक मोबाइल से दूसरे पर फारवर्ड करना या डाटाबेस में एडिट करना संभव नहीं होगा। इस कागज रहित टिकट को रद्द करना संभव नहीं होगा अतएव उसका रिफंड मिलने का कोई सवाल ही नहीं उठता। कैसे काम करेगा एप क्रिस के एक अधिकारी ने इस एप्लीकेशन के काम करने के तरीके के बारे में बताया कि इस मोबाइल एप ह्वह्लह्यशठ्ठद्वशड्ढद्बद्यद्ग को एंड्रायड या विंडोज़ आधारित कोई भी मोबाइल फोन पर गूगल प्ले स्टोर या विंडोज स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। डाउनलोड के बाद उपयोगकर्ता को रेलवे ई-वालेट बनाने के लिए एक पंजीकरण आईडी संख्या मिलेगी। टिकट खरीदने के लिए धन भुगतान ई-वालेट मोबाइल भुगतान प्रणाली के जरिए किया जा सकेगा। टिकट बुक करने के लिये एप्लीकेशन में हर कदम पर सहायता निर्देश आते जाएंगे। ई-वालेट मोबाइल भुगतान प्रणाली को ऑनलाइन लोड करना होगा।

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