श्रीनगर ! श्रीनगर में झेलम नदी के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने की वजह से कश्मीर घाटी में बाढ़ को लेकर चेतावनी जारी कर दी गई। यहां बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर शहर के राम मुंशीबाग में आज सुबह आठ बजे झेलम का जलस्तर 19.10 फीट दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से ऊपर है। यह सच है कि कश्मीर में मौसम ने फिर उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। श्रीनगर बाढ़ के मुहाने पर है। सोमवार को द्रास, कारगिल सहित कश्मीर और लद्दाख के कई इलाकों में जमकर बारिश हुई। तेज हवाएं चलीं। अगले 24 घंटे में भारी बारिश के साथ-साथ बर्फीले तूफान के भी आसार जताए गए हैं। आज कश्मीर के स्कूलों में छुट्टी रही है। खराब मौसम के चलते इंडियन एयरलाइंस की जम्मू-लेह उड़ान के साथ-साथ वायु सेना की कैरियर सर्विस भी स्थगित करनी पड़ी। जम्मू तथा कश्मीर दोनों ही संभागों में बारिश का सिलसिला रविवार रात से ही जारी है। उन्होंने बताया कि अनंतनाग जिले के संगम में जलस्तर 20.8 फीट दर्ज किया गया, यहां भी यह खतरे के निशान के करीब है। अधिकारी ने यह भी कहा कि कई जगहों पर झेलम का जलस्तर अभी भी बढऩे के चलते बाढ़ को लेकर चेतावनी जारी कर दी गई है। अनंतनाग व बारामूला में दक्षिणी और उत्तरी कश्मीर के जिलों के कई इलाके जलमग्न हैं। जलभराव की वजह से श्रीनगर-बारामुल्ला राजमार्ग भी कई जगहों पर डूबा हुआ है, लेकिन फिलहाल राजमार्ग पर यातायात की आवाजाही बाधित नहीं हुई है। लद्दाख क्षेत्र के करगिल कस्बे में पिछले दो दिनों के दौरान बर्फबारी हुई, जिसकी वजह से कस्बे में यातायात की आवाजाही ठप है। करगिल और जोजिला दर्रे पर हुई ताजा बर्फबारी की वजह से इस साल श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग देरी से खुलने की आशंका है। मौसम विभाग ने पूरे जम्मू एवं कश्मीर में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है। हालांकि, कहा गया है कि 22 अप्रैल तक कुछ इलाकों में हल्की से लेकर सामान्य बारिश हो सकती है। बुधवार से मौसम साफ होने की उम्मीद है। करगिल में कबाड़ी नाले के करीब पस्सियां गिरने की खबर है। पत्थर भी बरस रहे हैं। पर्वतीय इलाकों में हिमस्खलन के साथ-साथ फ्लैश फ्लड का खतरा पैदा हो गया है। कश्मीर में रविवार सुबह से लगातार हो रही भीषण बारिश के चलते घाटी में झेलम सहित सभी नदियों और नालों में जल स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है।