• नंद कुमार पटेल व विद्याचरण शुक्ल समेत बड़े नेताओं को हमने मारा था

    रायपुर ! छत्तीसगढ़ समेत दक्षिण ओडिशा में सक्रिय तीन नक्सलियों ने सोमवार को मलकानगिरी जिला पुलिस अधीक्षक मित्रभानु महापात्र के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इन कैडर नक्सलियों में एक छत्तीसगढ़ का नक्सली इर्मा कबासी भी शामिल है।संवाददाता सम्मेलन में मलकानगिरी के जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में इर्मा कबासी के अलावा एरा माडकामी और राधिका मलकानगिरी जिला कालीमेला दलम के कैडर नक्सली है।...

    झीरम के तीन गुनहगारों ने ओडि़शा पुलिस के सामने डाले हथियाररायपुर !   छत्तीसगढ़ समेत दक्षिण ओडिशा में सक्रिय तीन नक्सलियों ने सोमवार को मलकानगिरी जिला पुलिस अधीक्षक मित्रभानु महापात्र के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इन कैडर नक्सलियों में एक छत्तीसगढ़ का नक्सली इर्मा कबासी भी शामिल है।संवाददाता सम्मेलन में मलकानगिरी के जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में इर्मा कबासी के अलावा एरा माडकामी और राधिका मलकानगिरी जिला कालीमेला दलम के कैडर नक्सली है। इनके खिलाफ हत्या और विस्फोट के 29 मामले दर्ज है। बीते 25 मई 2013 की शाम छत्तीसगढ़ की दरभा घाटी में नक्सलियों ने हमलाकर कांग्रेस पार्टी के 27 नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी थी। इसमें यह तीनों शामिल थे। इसी तरह 15 जुलाई 2008 की शाम मलकानगिरी जिला के कालीमेला थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने लैंडलाइन विस्फोट कर एक एंटी लैंडमाइन गाड़ी उड़ा दिया था, जिसमें 17 सुरक्षा बल के जवानों की मौत हो गई थी। इसके अलावा इन तीनों के खिलाफ अन्य कई संगीन मामले दर्ज है। इन तीनों ने मलकानगिरी पुलिस के सामने कबूल किया है कि झीरम घाटी में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नंद कुमार पटेल व पार्टी के वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल सहित 25 माई 2013 को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के दौरान कई दिग्गज कांग्रेसी नेताओं की हत्या के मामले में इनके हाथ थे।  इस हमले ने पूरे  देश में माओवादी  व नक्सली गुटों की मंशा पर चर्चा तेज कर दी थी। यह बात आमतौर पर स्वीकार की जाने लगी कि नक्सली देश के प्रजातांत्रिक ढांचे को स्वयं घोषित युद्ध से नष्ट करना चाहते हैं।  बताया जाता है कि झीरम घाटी में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमले की योजना पहले से बनाई गई थी। षडय़ंत्र बीजापुर के पिडिय़ा गांव में रची गई। परिवर्तन यात्रा सुकमा से केशालुर के लिए बढ़ी थी। तोगापाल थाने से 13 किमी दूर नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट किया। इससे आगे जा रहा ट्रक सड़क पर पलट गया। इसके बाद नक्सलियों ने दूसरा विस्फोट किया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, महेन्द्र कर्मा, उदय मुदलियार, दिनेश पटेल व 10 सुरक्षा जवान समेत 24 की मौके पर हत्या कर दी गई। 35 गंभीर रूप से घायल हुए थे। घायलों में विद्याचरण शुक्ला समेत अन्य की उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। 

अपनी राय दें