• ईरानी के कामकाज पर उठे सवाल

    नई दिल्ली ! मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी एक बार फिर से विवादों में फंस गई हैं। विपक्षी सांसदों ने शीर्ष शिक्षण संस्थानों की स्वायत्तता का मामला उठाते हुए राष्ट्रपति से ईरानी के मंत्रालय के कामकाज में दखल देने की गुहार लगाई है। सासंदों ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय आईआईटी और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कामकाज में गैरजरूरी दखलंदाजी कर रहा है। ...

    शीर्ष शिक्षण संस्थानों की स्वायत्तता के मामले में विपक्ष ने घेरा वरिष्ठ सांसदों ने पत्र लिखकर राष्ट्रपति से की हस्तक्षेप की मांग नई दिल्ली !   मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी एक बार फिर से विवादों में फंस गई हैं। विपक्षी सांसदों ने शीर्ष शिक्षण संस्थानों की स्वायत्तता का मामला उठाते हुए राष्ट्रपति से ईरानी के मंत्रालय के कामकाज में दखल देने की गुहार लगाई है। सासंदों ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय आईआईटी और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कामकाज में गैरजरूरी दखलंदाजी कर रहा है। साथ ही इन्होंने संघ के हस्तक्षेप का आरोप भी लगाया है। पत्र लिखने वालों में जदयू के केसी त्यागी, भाकपा के डी. राजा, कांग्रेस के राजीव शुक्ला और राकांपा के डीपी त्रिपाठी शामिल हैं। प्रणब को लिखे साझा पत्र में सांसदों ने आरोप लगाया है कि उच्च शिक्षण संस्थानों की स्वायत्तता को व्यवस्थित तरीके से खत्म किया जा रहा है। पत्र में इन्होंने कहा है कि आईआईटी और केंद्रीय विश्वविद्यालयों से जुड़े बेहद सक्षम और सम्मानित व्यक्ति हों या फिर चयन प्रक्रिया से जुड़े प्रख्यात व्यक्ति, किसी को भी छोड़ा नहीं जा रहा। सासंदों ने कहा कि एक आईआईटी के बेहद प्रतिष्ठित निदेशक के साथ अपमानजनक व्यवहार और उत्पीडऩ किया गया, जबकि उन्होंने सारा काम नियमों के मुताबिक और अपने बोर्ड ऑफ गवर्नर की मंजूरी के बाद किया था।

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