• यमन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकलने का प्रयास तेज

    नई दिल्ली ! भारत ने यमन में फंसे अपने चार हजार लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। इस काम में विमानों व कम से कम पांच जहाजों को लगाया जा रहा है। वहीं सऊदी अरब द्वारा यमन में हौती विद्रोहियों पर हवाई हमला छठे दिन भी जारी रहा। सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल साउद ने सोमवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यमन से भारतीयों को सुरक्षित निकालने में पूरी सहायता का आश्वासन दिया, इसके बाद भारत ने यह कदम उठाया है।...

    नई दिल्ली !   भारत ने यमन में फंसे अपने चार हजार लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। इस काम में विमानों व कम से कम पांच जहाजों को लगाया जा रहा है। वहीं सऊदी अरब द्वारा यमन में हौती विद्रोहियों पर हवाई हमला छठे दिन भी जारी रहा। सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल साउद ने सोमवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यमन से भारतीयों को सुरक्षित निकालने में पूरी सहायता का आश्वासन दिया, इसके बाद भारत ने यह कदम उठाया है।शाह सलमान ने यमन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने में भारत को पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया है। सऊदी के शाह ने रात 9.30 बजे मोदी को टेलीफोन किया। प्रधानमंत्री ने यमन में फंसे लगभग चार हजार भारतीयों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई।मोदी ने शाह सलमान को भारतीयों को बाहर निकाले जाने की योजना से अवगत कराया और इसके लिए उनसे समर्थन व सहयोग की अपील की।सुल्तान सलमान ने भारत और सऊदी अरब के बीच मजबूत और घनिष्ठ संबंधों को याद करते हुए प्रधानमंत्री को भारतीयों की सुरक्षित निकासी की प्रक्रिया पर पूरा ध्यान देने का भरोसा दिलाया। एक बयान के मुताबिक, मोदी ने उनका आभार जताया और क्षेत्र में उनके नेतृत्व में शांति एवं स्थिरता की जल्द बहाली और चुनौतियों के समाधान का कामना की। प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब से संबंधों को और प्रगाढ़ करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।विदेश राज्यमंत्री वी.के. सिंह मंगलवार को भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के प्रयास पर नजर रखने के लिए जिबूती रवाना हुए हैं। इस बीच, भारत ने अदन से 400 भारतीय नागरिकों को समुद्र मार्ग से बाहर निकाल कर फिर उन्हें स्थानीय विमान की मदद से जिबूती पहुंचाया है। जिबूती में भारत ने पांच राजनयिकों को भेजा है, जिसमें विदेश मंत्रालय के तीन वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। इस बीच, वी.के. सिंह जिबूती में सुरक्षित निकासी प्रक्रिया पर नजर रखेंगे, जहां से भारतीय स्वदेश लौटेंगे।भारतीय वायुसेना को जिबूती से भारतीयों को लाने के लिए दो विमान भेजने को कहा गया है। मस्कट में एयर इंडिया के दो विमान मौजूद हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने सोमवार को कहा कि भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस सुमित्रा भी इस क्षेत्र में मौजूद है। नौसेना आईएनएस मुंबई और आईएनएस तरकश को भी सेवा में लगा रहा है। दोनों जहाजों में 1,100 लोगों के यात्रा करने की क्षमता है। दोनों जहांज यमन की तरफ जा रहे हैं और अगले चार-पांच दिनों में यमन पहुंच जाएंगे। भारत क्षेत्रीय नेताओं के भी संपर्क में है और कठिन हालात में उनसे मदद मांगी जाएगी।भारतीय नौसेना के नए उपप्रमुख पी. मुरूगेशन ने मंगलवार को कहा कि यमन से भारतीयों को निकालने में नौसेना सहायता करेगी।वाइस एडमिरल मुरूगेशन ने संवाददाताओं से कहा कि दो जहाजों को जिबूती बंदरगाह भेजा गया है, जो भारतीयों को वापस लाएंगे। वाइस एडमिरल मुरूगेशन ने कहा कि इस अभियान में कई एजेंसियां हिस्सा ले रही हैं। मुरूगेशन ने कहा, "लोगों को समुद्र एवं हवाई मार्ग से बाहर निकाला जाएगा और इसमें कई एजेंसियां जैसे भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना तथा एयर इंडिया हिस्सा लेने जा रही है।"सऊदी अरब के नेतृत्व में यमन में हौती विद्रोहियों पर हवाई हमले किए जा रहे हैं, जो पांचवें दिन सोमवार को भी जारी रहा। सोमवार को अल-मजरक शिविर पर हुए एक हवाई हमले में लगभग 40 व्यक्ति मारे गए थे और 200 अन्य घायल हो गए थे।

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