• जन्नत में बाढ़ का कहर,हज़ारों बेघर 20 की मौत

    श्रीनगर ! भारी बारिश के कारण अधिकतर इलाकों के जलमग्न होने के बाद घाटी में सारे स्कूलों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। निचले इलाकों खासकर झेलम और आसपास के इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से तैयार शिविरों में जाने को कहा गया है। प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण के लिए तैनात सभी कर्मियों को तत्काल ड्यूटी पर रिपोर्ट करने को कहा गया है। ...

    श्रीनगर !   भारी बारिश के कारण अधिकतर इलाकों के जलमग्न होने के बाद घाटी में सारे स्कूलों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। निचले इलाकों खासकर झेलम और आसपास के इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से तैयार शिविरों में जाने को कहा गया है। प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण के लिए तैनात सभी कर्मियों को तत्काल ड्यूटी पर रिपोर्ट करने को कहा गया है। गए हैं। हजारों को सुरक्षित स्थानों पर इसलिए पहुंचाया गया है, क्योंकि नदी-नालों का पानी खतरे के निशान के ऊपर बह रहा है और निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है। राहत कार्यों में सेना, वायुसेना और एनडीआरएफ के जवानों को लगाया गया है। राज्य में बाढ़ घोषित करते हुए मुख्यमंत्री ने केंद्र से स्थिति से निपटने के लिए मदद मांगी है। कश्मीर में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। राज्य में रविवार को हुई बारिश के कारण झेलम नदी श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के संगम इलाके में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ से 20 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 21 लोग अब भी लापता है। भारी बारिश की वजह से बडगाम के एक गांव में मकान ढहने से 17 लोगों की मौत हो गई। कई अन्य लापता हो गए हैं। साथ ही कई लोगों की मलबे में दबे होने की आशंका है। राज्य के  मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने संकट से निपटने के लिए सेना से मदद मांगी है। मुफ्ती का कहना है कि उन्हें बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने और उन तक जरूरी सामान भेजने के लिए सेना की मदद चाहिए।चरारे शरीफ में 80 मकान क्षतिग्रस्त चरारे शरीफ में 80 मकान क्षतिग्रस्त हो गए। यहां से 99 परिवारों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। बडग़ाम जिले में भी नदी नाले उफान पर होने से कई रास्तों पर आवागमन ठप हो गया है। पुंछ नदी में बाढ़ से कलाई इलाके में 20-25 नागरिक फंस गए थे, जिन्हें प्रशासन ने सुरक्षित निकाल लिया है। श्रीनगर से 20 किलोमीटर दूर बडगाम में बांध टूटने से निचले इलाकों में पानी घुस गया है। सुरान नदी ने भी बदला रास्ता सुरान नदी ने बारिश के बाद अपना रास्ता बदल लिया है और उसके बहाव में पुंछ जिले में 20 से 25 परिवार फंस गए हैं। रेस्क्यू टीमें इन लोगों को बचाने में जुट गई हैं। पुलवामा के कई इलाकों में पानी भर गया है। नदियों में पानी का स्तर बढऩे से कई गांवों से संपर्क टूट गया है। भारी बारिश की वजह से कश्मीर डिवीजन के जिलों में भूस्खलन की चेतावनी जारी की है। जम्मू कश्मीर में मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व वाली पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार ने कश्मीर घाटी में बाढ़ की घोषणा कर दी।अभी और बारिश होने की आशंकाहालांकि मौसम विभाग ने अगले 6 दिनों तक बारिश होने की आशंका जताई थी। इससे पूर्व बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने श्रीनगर पहुंचे मुख्यमंत्री ने लोगों से चिंतित न होने की अपील की थी। मुफ्ती ने एक उच्च स्तरीय बैठक की थी और साथ ही मंडल प्रशासन को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की जान और संपत्ति को नुकसान न होने के लिए जरूरी कदम उठाए ताकि लोगों को 2014 की भीषण बाढ़ की तरह इस बार कोई समस्या न उठानी पड़े।स्कूल दो दिनों के लिए बंदभारी बारिश के कारण अधिकतर इलाकों के जलमग्न होने के बाद घाटी में सारे स्कूलों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। निचले इलाकों खासकर झेलम और आसपास के इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से तैयार शिविरों में जाने को कहा गया है। प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण के लिए तैनात सभी कर्मियों को तत्काल ड्यूटी पर रिपोर्ट करने को कहा गया है।सरकार साल 2014 में पीडि़त रहे व्यापारियों को राहत प्रदान करने को प्राथमिकता देगी। लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। राज्य सरकार स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है: मुफ्ती मोहम्मद सईदप्राकृ तिक आपदा की स्थिति में राज्य को पूरी मदद दी जाएगी। हालात का जायजा लेने के लिए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को घाटी में भेजा है: नरेंद्र मोदी

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