• 'पूरी जिंदगी सिंगापुर के लिए जीए ली'

    सिंगापुर ! सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने आज कहा कि देश ने आधुनिक सिंगापुर के संस्थापक ली कुआन यू को खो दिया है, जो पूरी जिंदगी सिर्फ देश के लिए जीते रहे। उन्होंने यह बात ली के अंतिम संस्कार के दौरान कही। ली का 23 मार्च को सिंगापुर जनरल अस्पताल में निधन हो गया था। वह निमोनिया से ग्रस्त थे।...

    सिंगापुर !   सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने आज कहा कि देश ने आधुनिक सिंगापुर के संस्थापक ली कुआन यू को खो दिया है, जो पूरी जिंदगी सिर्फ देश के लिए जीते रहे। उन्होंने यह बात ली के अंतिम संस्कार के दौरान कही। ली का 23 मार्च को सिंगापुर जनरल अस्पताल में निधन हो गया था। वह निमोनिया से ग्रस्त थे। ली का ताबूत नेशनल युनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर स्थित युनिवर्सिटी कल्चरल सेंटर लाया गया। इससे पहले संसद भवन से उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। ली के सबसे बड़े बेटे लूंग ने कहा, जिस रोशनी ने हमें दिशा दिखाई है, वह बुझ गई है। यह सिंगापुर के लिए अंधेरे से भरा सप्ताह रहा है। उन्होंने विभाजन की राख से राष्ट्र का निर्माण किया था। ली के अंतिम संस्कार में 2200 अतिथि हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें विश्व और सिंगापुर के हर क्षेत्र की हस्तियां शामिल हैं। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट अंतिम संस्कार में शामिल होने सिंगापुर पहुंचे हैं। देश के प्रथम प्रधानमंत्री ली के अंतिम दर्शन के लिए सैंकड़ों लोग सड़कों पर उमड़ आए।समाचार एजेंसी टीएएसएस के मुताबिक, अंतिम संस्कार का आयोजन करने वाली समिति के एक सूत्र ने बताया कि रविवार को ली के अंतिम दर्शन के लिए 14 लाख लोग आए थे।ली के सम्मान में थम गई परिवहन व्यवस्था सिंगापुर में आज दोपहर सभी मास रैपिड ट्रांजिट रेलगाडिय़ां रोक दी गईं, हवाईअड्डे पर विमानों का परिचालन नहीं हुआ और जहाजों की गतिविधि थम गई। ऐसा सिंगापुर के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत ली कुआन यू के सम्मान में किया गया। सिंगापुर के सभी परिवहन कर्मचारी ली को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। सिंगापुर परिवहन क्षेत्र के कर्मचारी रविवार शाम चार बजे ली के सम्मान में एक मिनट का मौन भी रखेंगे।ली का निधन सोमवार को हो गया। वह 91 साल के थे और निमोनिया से ग्रस्त थे। सिंगापुर सरकार की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, एक मिनट के मौन से ठीक पहले सभी मास रैपिड ट्रांजिट (एमआरटी) रेलगाडिय़ों को स्टेशन पर रोक दिया गया और दरवाजे खोल दिए गए। एमआरटी नेटवर्क एवं बस अड्डों पर यात्रियों के लिए लगाए गए सूचना पट्ट पर ली कुआन यू के सम्मान में एक मिनट का मौन लिखा गया और इस संबंध में स्टेशनों एवं रेलगाडिय़ों में उद्घोषणाएं भी की गईं। एक मिनट के मौन के दौरान सभी एमआरटी और सड़क गतिविधियां रोक दी गईं। 'ली ने भारतीयों की वित्तीय स्थिति मजबूत कीÓसिंगापुर में भारतीय मूल के एक श्रमिक नेता जी मुथुकुमारसामी ने पूर्व प्रधानमंत्री ली कुआन यू को श्रद्धांजलि देते हुए रविववार को कहा कि दिवंगत नेता ने सिंगापुर के भारतवंशी समुदाय की वित्तीय स्थिति मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 91 वर्षीय ली का निधन 23 मार्च को सिंगापुर जनरल हॉस्पीटल में हुआ। वह लंबे समय से निमोनिया से पीडि़त थे। उनका अंतिम संस्कार रविवार को किया गया। स्ट्रेट टाइम्स की रपट के मुताबिक, मुथुकुमारसामी ने कहा कि जब वह बच्चे थे, तब उनके पिता प्राय: उन्हें सिंगापुर के संस्थापक पिता के बारे में बताया करते थेमुथुकुमारसामी ने कहा, ली ने तब भारतीय समुदाय की आर्थिक समस्या को देखा और उन्होंने इसे बदलने का संकल्प ले लिया। मुथुकुमारसामी ने कहा, उन दिनों अधिकतर भारतीय परिवार में सिर्फ एक ही व्यक्ति कमाता था, क्योंकि वे अपने घर की महिलाओं को नौकरी नहीं करने देते थे। उनके मुताबिक ली ने भारतीय महिलाओं को श्रम बल में शामिल होने, हुनर सीखने और अपने परिवार को आर्थिक मदद करने के लिए प्रोत्साहित किया।सिंगपुर की 39 लाख की आबादी में भारतवंशियों की तादाद नौ फीसदी से अधिक है।अमलगमेटेड यूनियन ऑफ पब्लिक डेली रेटेड वर्कर्स के महासचिव मुथुकुमारसामी ने कहा कि ली की प्रेरणा से उनका विकास एक कामगार से श्रमिक संघ के कार्यकर्ता और नेता के रूप में हुआ है।रविवार को अंतिम संस्कार की शुरुआत में संसद से निकली एक शवयात्रा के बाद ली के ताबूत को सिंगापुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केंद्र में लाया गया।राजकीय शवयात्रा में देश-विदेश के करीब 2,200 गणमान्य लोग शामिल हुए।इसमें शामिल होने वाले लोगों में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट भी शामिल हुए।

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