• सऊदी यमन पर बरपा रहा कहर

    यमन ! यमन में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। राष्ट्रपति मंसूर हादी के देश छोड़कर भागने के बाद सऊदी अरब के नेतृत्व में यमन पर किए गए हवाई हमले में 25 जानें जा चुकी हैं। 10 देशों ने ऑपरेशन डिसिसिव स्टॉर्म के तहत 235 जेट फाइटर्स के जरिए सदा, सना और लाझ जैसे शहरों पर बम बरसाए। इसमें सऊदी रॉयल एयरफोर्स का टॉरनेडो ढ्ढष्ठस् लड़ाकू विमान भी शामिल है।...

    राष्ट्रपति मंसूर हादी के देश छोड़कर भागने के बाद से जारी है सऊदी की कार्रवाईयमन !    यमन में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। राष्ट्रपति मंसूर हादी के देश छोड़कर भागने के बाद सऊदी अरब के नेतृत्व में यमन पर किए गए हवाई हमले में 25 जानें जा चुकी हैं। 10 देशों ने ऑपरेशन डिसिसिव स्टॉर्म के तहत 235 जेट फाइटर्स के जरिए सदा, सना और लाझ जैसे शहरों पर बम बरसाए। इसमें सऊदी रॉयल एयरफोर्स का टॉरनेडो ढ्ढष्ठस् लड़ाकू विमान भी शामिल है। गौरतलब है कि यमन में सऊदी अरब के नेतृत्व में खाड़ी के अरब देशों के लड़ाकू विमानों ने हाउती विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तरी इलाके और राजधानी सना में आज भी हमले किए। हमलों से लोगों में जबदश्त दहशत फैली हुई है। यमन पर हो रहे लगातार हमले से दुनिया की शांति को खतरा बढ़ गया है। बुधवार रात से शुरू हुए इन हमलों में 30 लोग मारे जा चुके हैं। दूसरी ओर यमन के विदेश मंत्री रियाद यासीन ने कहा कि शिया हाउती विद्रोहियों के खिलाफ यह हमले जल्द से जल्द बंद होने चाहिए। स्थानीय लोगों ने बताया कि विमानों ने रिपब्लिकन गाड्र्स के अड्डों को निशाना बनाया जिसमें से एक अड्डा राष्ट्रपति भवन के परिसर के निकट स्थित था। इसके अलावा विमानों ने एक सैन्य अड्डे को भी निशाना बनाया। रिपब्लिकन गार्ड्स हाउती विद्रोहियों के प्रमुख सहयोगी और पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह के समर्थक हैं। सऊदी गठबंधन में शामिल नहींहोगा पाकिस्तानपाकिस्तान ने यमन में सऊदी अरब के गठबंधन में शामिल होने और वहां सैनिक अभियान को अपना समर्थन देने का कोई निर्णय नहीं लिया है। यह बात पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आज कही, लेकिन उन्होंने सऊदी अरब की सुरक्षा के लिए किसी भी प्रकार के खतरे के विरुद्ध उसके साथ अपनी एक जुटता भी दिखायी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कल कहा था कि उनका देश यमन में सेना भेजने के सऊदी अरब के अनुरोध पर विचार कर रहा है। इसके विपरीत पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने आज अपने देश की संसद में कहा हमने यमन में गठबंधन सेना के समर्थन का कोई वादा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि सीरिया, यमन तथा इराक में सम्प्रदायगत विभाजन को बढाया जा रहा है, जिसे रोकने की जरूरत है। उन्होंने कहा पाकिस्तान में भी इस तरह का विभाजन है और बहुत से अल्पसंख्यक मत के लोग है। हमारा आश्वासन केवल सऊदी अरब की सुरक्षा के लिए खतरे के प्रति उसके साथ एक जुटता दिखाने की है।

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