• कालेधन पर रोक के लिए नकदी में लेन-देन कम करने की जरूरत

    नई दिल्ली ! वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि सरकार ने कालेधन पर रोक लगाने के लिए कई उपाय किए हैं और इसी उद्देश्य से नकदी लेनदेन को हतोत्साहित करने के कदम उठाये गए हैं। जेटली ने भारत प्रतिभूति मुद्रण एवं मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड के स्थापना दिवस एवं पुरस्कार वितरण समारोह में कहा कि कालेधन पर रोक लगाने के लिए कई घोषणाएं की गई हैं और नकदी लेनदेन को हतोत्साहित किया जा रहा है। ...

    नई दिल्ली !   वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि सरकार ने कालेधन पर रोक लगाने के लिए कई उपाय किए हैं और इसी उद्देश्य से नकदी लेनदेन को हतोत्साहित करने के कदम उठाये गए हैं। जेटली ने भारत प्रतिभूति मुद्रण एवं मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड के स्थापना दिवस एवं पुरस्कार वितरण समारोह में कहा कि कालेधन पर रोक लगाने के लिए कई घोषणाएं की गई हैं और नकदी लेनदेन को हतोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में तेजी आने और लोगों की व्यय शक्ति बढऩे पर लेनदेन में नकदी का उपयोग कम होगा और तब चेक एवं प्लास्टिक मुद्रा (डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड आदि) का उपयोग बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और अमरीका जैसे देशों में बड़े करेंसी नोट नहीं है। ब्रिटेन में 50 पौंड और अमरीका में सौ डालर का सबसे बड़ा नोट है। अधिकांश विकसित देशों में लेनदेन में नकदी का उपयोग बहुत कम होता है और उन देशों में प्लास्टिक मुद्रा का चलन अधिक है।  जेटली ने कहा कि कालेधन पर रोक लगाने के उद्देश्य से कराधान के वैकल्पिक तरीके भी अपनाए जाने चाहिए। उन्होंने लोगों से घरो में धनराशि रखने की बजाए उसे बैंकों में जमा कराकर देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) बढ़ाने में मददगार बनने का आह्वान करते हुये कहा कि घर में नकदी रखना समृद्धि का प्रतीक होता है, लेेकिन बैंक खाते में रखने से ईमानदार होने का एहसास होता है।   सरकार ने अगले वित्त वर्ष के बजट में एक लाख रुपए या उससे अधिक के आभूषणों की खरीद के लिए पैन कार्ड को अनिवार्य बनाने के साथ ही रियल्टी क्षेत्र में 20 हजार रुपए से अधिक के भुगतान लिए चेक से लेनदेन को जरूरी बना दिया है। इस मौके पर कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एम.एस. राणा ने कंपनी की उपलब्धियों का उल्लेख किया और वित्त मंत्री ने उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया। दूसरी तरफ केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि मौजूदा समय में चीन में मजदूरी की लागत काफी है और भारत इसका फायदा उठाकर विश्व विनिर्माण के केन्द्र के रूप में अपने को स्थापित कर सकता है। श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के वार्षिक दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि चीन में श्रम की ऊंची लागत हमारे लिए एक अच्छा अवसर है और इसका फायदा उठा सकते हैं।

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