• एमएच-370 : सो रहा था एटीसी नियंत्रक

    कुआलालंपुर ! मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान संख्या एमएच-370 वाले लापता हुए विमान की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि घटना के दिन ड्यूटी पर तैनात हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) सो रहा था। पिछले साल लापता हुए विमान की जांच में खुलासा हुआ है कि लापता होने के चार घंटे बाद जब फोन किया गया तो एटीसी नियंत्रक सो रहा था। मलेशियन स्टार द्वारा सोमवार को जारी रपट के मुताबिक रहस्यमय रूप से लापता हुए ...

    कुआलालंपुर !  मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान संख्या एमएच-370 वाले लापता हुए विमान की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि घटना के दिन ड्यूटी पर तैनात हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) सो रहा था। पिछले साल लापता हुए विमान की जांच में खुलासा हुआ है कि लापता होने के चार घंटे बाद जब फोन किया गया तो एटीसी नियंत्रक सो रहा था। मलेशियन स्टार द्वारा सोमवार को जारी रपट के मुताबिक रहस्यमय रूप से लापता हुए इस विमान की जांच कर रहे 19 सदस्यीय दल द्वारा संकलित लगभग 600 पन्नों की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। मलेशिया एयरलाइन की उड़ान संख्या एमएच-370 वाला विमान आठ मार्च 2014 को लापता हो गया था। दुर्घटना के समय विमान में चालक दल समेत कुल 239 लोग सवार थे और वह कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा था। माना जाता है कि विमान दक्षिण हिंद महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ होगा। जांच दल ने कहा कि उड़ान संख्या एमएच 370 के लापता होने के चार घंटे बाद जब फोन किया गया तो कुआलालंपुर हवाई यातायात नियंत्रण केंद्र (केएलएटीटीसी) में नियंत्रक पर्यवेक्षक सो रहा था। रविवार को जारी जांच रिपोर्ट की प्रतिलिपि में एमएएस संचालन में मलेशिया एयरलाइंस के संभवत: एक वरिष्ठ कर्मचारी ने केएलएटीटीसी नियंत्रक से पूछा था कि क्या उड़ान संख्या एमएच 370 का हो ची मिन्ह सिटी के हवाई यातायात नियंत्रक को पूर्ण रूप से हस्तांतरण किया गया था। नियंत्रक ने एमएएस के साथ सुबह 5.20 बजे चार मिनट लंबी बातचीत की थी, जिसमें एमएएस अधिकारी नियंत्रक पर बार-बार जानकारी देने के लिए दबाव बना रहा है, विशेष रूप से वह जानना चाह रहा था कि क्या केएलएटीसीसी और हो ची मिन्ह सिटी के हवाई यातायात नियंत्रकों के बीच कोई हस्तांतरण हुआ है।नियंत्रक ने कहा कि उसने तड़के तीन बजे टावर का संचालन संभाला है और उसे पक्की जानकारी नहीं है। एमएएस कर्मचारी लगातार जानकारी देने के लिए कहता रहा जिस पर नियंत्रक को कहना पड़ा कि उसे अपने पर्यवेक्षक को जगाना होगा।जांचकर्ताओं ने यह भी पाया कि विमान के डाटा रिकॉर्डर में स्थान बताने वाली बत्ती की बैटरी ने दिसंबर 2012 में ही काम करना बंद कर दिया था।

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