नई दिल्ली ! बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया में तेजी लाने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सरकार जल्दी ही नए दिशा निर्देश जारी करेगी। देश में अनाथ बच्चों की बड़ी संख्या को देखते हुए सरकार ने इस वर्ष 15 हजार बच्चों को गोद देने का लक्ष्य तय किया है। एक अनुमान के अनुसार देश में लगभग 50 हजार बच्चे अनाथ है। गोद देने के लिए इस समय 403 पंजीकृत एजेंसियां हैं। सूत्रों ने यहां बताया कि बच्चों को गोद लेने के संबंध में नए दिशा-निर्देशों के जल्दी ही जारी होने की संभावना है। इन दिशा निर्देशों से गोद लेने और व्यवस्था में पारदर्शिता लाने की प्रक्रिया ते•ा होगी। सरकार ने कहा है कि ते•ाी से गोद लेने के चलन को बढ़ावा देना चाहिए और गोद लेने की प्रक्रिया में देरी नहीं होनी चाहिए। नए दिशा निर्देशों के अनुसार बच्चे को गोद लेने की समूची प्रक्रिया चार महीने से ज्यादा नहीं होगी। मंत्रालय दत्तक एजेंसियों के कामकाज की निगरानी की व्यवस्था कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि दत्तक सुधार सरकार की प्राथमिकता में है। गैर कानूनी गोद लेने की प्रक्रिया पर रोक लगाने के लिए अस्पतालों/मातृत्व गृहों में सीसीटीवी लगाएं जाएगें जिससे इसपर लगाम लगाई जा सके। नए दत्तक दिशा-निर्देशों के अनुसार अगर किसी भी बच्चें को चार से छह सप्ताह के भीतर पुलिस की मंजूरी नहीं मिल जाती तो उसे मुक्त मान लिया जाएगा। इसके अलावा ऑनलाइन गोद लेने के मामले में पंजीकरण की एक केन्द्रीकृत प्रणाली होगी जो पारदर्शी होगी तथा गोद लेने वाले बच्चों के बारे में सही और पूरी जानकारी देगी।