• भारत के साथ अंतरिक्ष सुरक्षा सहयोग बढ़ाने का इच्छुक है अमरीका

    नई दिल्ली ! अमरीका ने भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को अंतरिक्ष सुरक्षा के क्षेत्र में भी बढ़ाने की इच्छा जताई है। अमरीका की सहायक विदेश मंत्री (शस्त्र नियंत्रण, सत्यापन एवं अनुपालन) फ्रैंक रोज ने आज यहां ऑब्•ार्वर रिसर्च फाउंडेशन में अंतरिक्ष सुरक्षा सहयोग पर आयोजित एक संगोष्ठी में कहा कि भारत एवं अमरीका के बीच असैन्य अंतरिक्ष सहयोग अभी अंतरिक्ष सुरक्षा संबंधों में तब्दील नहीं हुआ है। ...

    इसरो व नासा के बीच 15 साल से चल रहा है असैन्य अंतरिक्ष सहयोग भिारत एवं अमरीका के बीच असैन्य अंतरिक्ष सहयोग अभी अंतरिक्ष सुरक्षा संबंधों में तब्दील नहीं हुआ है। लेकिन अब वक्त आ गया है कि दोनों देश अपनी रणनीतिक साझेदारी का अंतरिक्ष सुरक्षा संबंधों में भी विस्तार दें : फ्रैंक रोज नई दिल्ली !   अमरीका ने भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को अंतरिक्ष सुरक्षा के क्षेत्र में भी बढ़ाने की इच्छा जताई है। अमरीका की सहायक विदेश मंत्री (शस्त्र नियंत्रण, सत्यापन एवं अनुपालन) फ्रैंक रोज ने आज यहां ऑब्•ार्वर रिसर्च फाउंडेशन में अंतरिक्ष सुरक्षा सहयोग पर आयोजित एक संगोष्ठी में कहा कि भारत एवं अमरीका के बीच असैन्य अंतरिक्ष सहयोग अभी अंतरिक्ष सुरक्षा संबंधों में तब्दील नहीं हुआ है।   लेकिन अब वक्त आ गया है कि दोनों देश अपनी रणनीतिक साझेदारी का अंतरिक्ष सुरक्षा संबंधों में भी विस्तार दें। रोज ने कहा कि भारत के इसरो एवं अमरीका के नासा के बीच असैन्य अंतरिक्ष सहयोग 15 साल से चल रहा है। दोनों देशों के मंगल ग्रह के मिशन चंद दिनों के अंतर पर मंगल ग्रह की कक्षा में पहुंचने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने नासा एवं इसरो ने मंगल ग्रह के अपने अपने मिशनों के कामों में समन्वय कायम करने और एक दूसरे से सीखने के लिए एक संयुक्त कार्य समूह गठित किए जाने पर प्रसन्नता जताई।  उन्होंने कहा कि हम दोनों अपने अंतरिक्ष सहयोग को अंतरिक्ष के सभी क्षेत्रों में बढ़ाने की अपेक्षा रखते हैं, $खासकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में उपग्रहों के आपस में तथा उल्कापिंडों की टक्कर से बचाने के मकसद से परिस्थितिजन्य जागरूकता को लेकर भी भारत की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है। संचार, आपदा प्रबंधन, संधि निगरानी तंत्र और सतत विकास के लिए भी अंतरिक्ष सुरक्षा सहयोग बहुत ही अहम होगा।   रोज अंतरिक्ष सुरक्षा को लेकर अगले सप्ताह यहाँ आयोजित अंतरिक्ष सुरक्षा संवाद की सह अध्यक्षता करेंगी। उन्होंने याद दिलाया कि सितंबर 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाङ्क्षशगटन यात्रा के दौरान  मोदी और अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अंतरिक्ष सुरक्षा संवाद की स्थापना का आह्वान किया था। उन्होंने जनवरी में  ओबामा की नई दिल्ली यात्रा के दौरान उनके उस बयान को उद्धृत करते हुए कहा कि अगर दो सबसे बड़े लोकतंत्र एकजुटता से खड़े हो जायें तो दुनिया के सारे देश अधिक सुरक्षित एवं अधिक बेहतर एवं न्यायपूर्ण जगह बन सकेंगे।

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