• बेमौसम बरसात में किसानों की पूरी मदद करेगी सरकार

    नई दिल्ली ! सरकार ने आज कहा कि बेमौसम बरसात से प्रभावित खेती किसानी की पूरी मदद की जाएगी और भविष्य में ऐसे नीतिगत इंतजाम किए जाएगें जिससे किसी भी आपदा के समय हुए नुकसान की किसानों की भरपाई हो जाए। कृषि मंत्री राधामोहन ङ्क्षसह ने देश के विभिन्न हिस्सों में हुई बेमौसम बरसात से किसानों को हुए नुकसान पर अल्पकालिक चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि किसानों को हुए नुकसान को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार और संबंधित राज्य सरकारों के पास पर्याप्त धनराशि है।...

     नई दिल्ली !   सरकार ने आज  कहा कि बेमौसम बरसात से प्रभावित खेती किसानी की पूरी मदद की जाएगी और भविष्य में ऐसे नीतिगत इंतजाम किए जाएगें  जिससे  किसी भी आपदा के समय हुए नुकसान की किसानों की भरपाई हो जाए। कृषि मंत्री राधामोहन ङ्क्षसह ने देश के विभिन्न हिस्सों में हुई बेमौसम बरसात से किसानों को हुए नुकसान पर अल्पकालिक चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि  किसानों को हुए नुकसान को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार और संबंधित राज्य सरकारों के पास पर्याप्त धनराशि है।  उन्होंने कहा कि इस बरसात से पंजाब से लेकर कर्नाटक तक और बिहार से लेकर गुजरात तक व्यापक तबाही हुई। संबंधित राज्य सरकारें नुकसान का आंकलन कर रही है और उनकी रिपोर्ट पर आगे कार्रवाई  की जाएगी।  उन्होंने राज्यों का जारी धनराशि का ब्यौरा देते हुए कहा कि राज्यों के पास पर्याप्त धनराशि है और मांग आने पर और जारी कर दी जाएगी।  ङ्क्षसह ने कहा  कि  विभिन्न राज्यों में अलग-अलग फसल बीमा योजना लागू है और इनका प्रबंधन राज्य सरकारों के हाथ में हैं। ये राज्य अपनी अपनी योजनाओं के अनुसार किसानों को मदद उपलब्ध कराएगें। उन्होंने कहा कि फसल बीमा के प्रावधानों के अनुरूप किसानों को 45 दिन के भीतर मुआवजा उपलब्ध करा दिया जाएगा।     कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों की मदद के लिए नयी कृषि आदमनी बीमा योजना ला रही है। इसकी तैयारी अंतिम चरण में हैं और इसकी घोषणा अगले वित्त वर्ष में शीघ्र कर दी जाएगी। उन्होंने कहा  कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर यह योजना तैयार की जा रही है और यह होली के अवसर पर किसानों को तोहफा होगी।   उन्होंने बताया कि राज्यों को अपनी बीमा योजना बनाने की पूरी स्वतंत्रता है लेकिन उन्हें इसके  लिए केंद्र सरकार का अनुमोदन लेना होगा। बीमा कंपनी का चयन भी राज्य करते हैं और बीमा की इकाई भी राज्य अपनी सुविधा से तय कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यह इकाई गांव, पंचायत, तहसील या  जिला हो सकती है। विभिन्न फसल बीमा योजनाओं का अभी तक 10 करोड़  से अधिक  किसान लाभ ले चुके हैं।  बेमौसम बरसात से किसानों को हुए व्यापक नुकसान से सहमति जताते हुए श्री ङ्क्षसह ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकारें सर्वेक्षण कर रही है और पूरी  रिपोर्ट अभी नहीं आ पायी है। उन्होंने प्रारंभिक आंकडों के आधार पर बताया कि उत्तरप्रदेश में 27 लाख हेक्टेयर, पश्चिम बंगाल में 49 हजार हेक्टेयर और पंजाब में हजार हेक्टेयर फसलों को नुकसान हुआ है।  उन्होंने कहा कि यह बरसात बहुत अधिक थी और कई जिलों में आठ से दस सेंटीमीटर तक वर्षा हुई है। इनमें उत्तरप्रदेश में बरेली और कानपुर,  हरियाणा में करनाल, पंजाब में अमृतसर, मध्यप्रदेश में जबलपुर और महाराष्ट्र में पुणे में सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई है।

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