• आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति : सईद के बयान का समर्थन नहीं करेंगे'

    नई दिल्ली ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विपक्ष के सभी सवालों का जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने कश्मीर में सरकार गठन के लिए जनता को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि हम सईद के बयान का समर्थन नहीं करेंगे। राज्य का प्रतिनिधित्व करना सरकार की जिम्मेदारी है जिसे पूरी ईमानदारी से निभाया जाएगा। मोदी ने कहा, आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। देश का मान बढ़ाने के लिए पड़ोसी मुल्कों से संबंध बेहतर बनाने पर सरकार जोर देगी। ...

    किसानों को मिलेगा जमीनों का मुआवजालोकतंत्र में धमकियां नहीं चलती हैं, यह देश आपातकाल के दौरान भी नहीं झुका था: नरेंद्र मोदीनई दिल्ली !  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विपक्ष के सभी सवालों का जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने कश्मीर में सरकार गठन के लिए जनता को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि हम सईद के बयान का समर्थन नहीं करेंगे। राज्य का प्रतिनिधित्व करना सरकार की जिम्मेदारी है जिसे पूरी ईमानदारी से निभाया जाएगा। मोदी ने कहा, आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। देश का मान बढ़ाने के लिए पड़ोसी मुल्कों से संबंध बेहतर बनाने पर सरकार जोर देगी। भूमि अधिग्रहण पर बोलते हुए मोदी ने कहा, किसानों को उनकी भूमि का निश्चित मुआवजा दिया जाएगा। उनकी सरकार यह नहीं कहती कि सत्ता में होने के नाते वह सबकुछ जानती है। मोदी ने राज्यसभा में कहा, चूंकि हम सत्ता में बैठे हैं, इसीलिए हम सब कुछ जानते हैं, ऐसा हम नहीं सोचते।    यह देश आपातकाल के दौरान भी नहीं झुका था। कांग्रेस ने पिछले दिनों कई बार दावा किया कि राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार द्वारा चलाई जा रही ज्यादातर योजनाएं संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) सरकार की हैं और यह सरकार उनके नाम बदलकर उन्हें लागू कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दावे पर भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, ऐसा कहा जा रहा है कि योजनाएं पुरानी हैं। इन योजनाओं में कुछ भी नया नहीं है। योजनाएं पुरानी हों अथवा नई यह मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि हमारी समस्याएं पुरानी हैं। हमें इन समस्याओं का समाधान ढूंढऩा चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में कहा, जनता ने निर्णय बदले हैं। राज्य का प्रतिनिधित्व करना हमारी जिम्मेदारी है। सबको मिलकर जिम्मेदारी निभानी है। लोकतंत्र में किसी की धमकी नहीं चली है और नहीं चलेगी। गुजरात में मुझे रोज जेल भेजे जाने की धमकी मिलती थी। धमकियों का चरित्र और भाषा दोनों जानते हैं।

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