• भ्रष्टाचार व काले धन पर मोदी सरकार को राज्यसभा में जबरदस्त झटका

    नई दिल्ली ! मोदी सरकार को आज उस समय जबरदस्त झटका लगा जब राज्यसभा ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में संशोधन पारित कर यह जोड़ दिया कि सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और काला धन वापस लाने में नाकाम रही है। हाल के सालों में यह पहला मौका है जब उच्च सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित करने के दौरान विपक्ष के संशोघन को मतविभाजन के आधार पर मंजूर किया गया। ...

    राज्यसभा में सरकार की किरकिरी : भ्रष्टाचार व काले धन पर विपक्ष का संशोधन मंजूरनई दिल्ली !    मोदी सरकार को आज उस समय जबरदस्त झटका लगा जब राज्यसभा ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में संशोधन पारित कर यह जोड़ दिया कि सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और काला धन वापस लाने में नाकाम रही है। हाल के सालों में यह पहला मौका है जब उच्च सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित करने के दौरान विपक्ष के संशोघन को मतविभाजन के आधार पर मंजूर किया गया। यह संशोधन माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी ने रखा था। संशोधन के पक्ष में 118 तथा विरोध में 57 मत पड़े। राज्यसभा में सत्ता पक्ष अल्पमत में है। अभिभाषण पर संशोधन पर मत विभाजन से पहले सभापति हामिद अंसारी और संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने येचुरी से संशोधन वापस लेने और मतविभाजन की मांग न करने की अपील की लेकिन वह अपनी बात पर अड़े रहे। येचुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री के जवाब के बाद विपक्ष के नेताओं, यहां तक कि नेता प्रतिपक्ष को भी स्पष्टीकरण पूछने का मौका नहीं मिला। संशोधन पेश करना उनका अधिकार है और वह इसका इस्तेमाल कर रहे हैं जिस पर सभापति ने इसकी मंजूरी दे दी। येचुरी का कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब के दौरान मुख्य मुद्दों का जिक्र नहीं किया और हमें उनसे स्पष्टीकरण पूछने की भी अनुमति नहीं दी गई यहां तक कि प्रधानमंत्री जवाब देने के बाद सदन से चले गए। इसीलिए उन्हें मजबूर होकर संशोधन पर मतविभाजन की मांग करनी पड़ी। इस पर नायडू और रविशंकर प्रसाद ने कहा कि धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री के जवाब पर स्पष्टीकरण पूछने की परंपरा नहीं है। कालेधन को लेकर राष्ट्रपति के अभिभाषण में कहा गया था मेरी सरकार घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय दोनों ही स्तरों पर काले धन के सृजन को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। विपक्ष का संशोधन पारित होने से साफ है कि सरकार संसद में विपक्ष को साथ लेने में सफल नहीं रही है और इससे इस सत्र के दौरान उसकी मुश्किलें बढ़ सकती है। उसे बीमा और भूमि अधिग्रहण जैसे कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराने हैं जिनका विपक्ष लगातार विरोध कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब के दौरान मुख्य मुद्दों का जिक्र नहीं किया और हमें उनसे स्पष्टीकरण पूछने की भी अनुमति नहीं दी गई यहां तक कि प्रधानमंत्री जवाब देने के बाद सदन से चले गए : सीताराम येचुरी

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