• केजरीवाल बीमार, सिसौदिया संभालेंगे गद्दी

    नई दिल्ली ! दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब प्राकृतिक चिकित्सा उपचार की शरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं और वह इस सप्ताह के आखिर में 10 दिनों के लिए बेंगलुरु जाएंगे। केजरीवाल शुगर लेवल के बढ़े हुए स्तर और पुरानी खांसी से परेशान हैं और अब उन्होने तय किया है कि वह पांच मार्च को बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे वहां 10 दिनों तक प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति के जरिए उपचार करवाएंगे। ...

    प्राकृतिक चिकित्सा से होगा केजरीवाल का इलाज  नई दिल्ली !  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब प्राकृतिक चिकित्सा उपचार की शरण में जाने की तैयारी कर रहे हैं और वह इस सप्ताह के आखिर में 10 दिनों के लिए बेंगलुरु जाएंगे। केजरीवाल शुगर लेवल के बढ़े हुए स्तर और पुरानी खांसी से परेशान हैं और अब उन्होने तय किया है कि वह पांच मार्च को बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे वहां 10 दिनों तक प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति के जरिए उपचार करवाएंगे।       हालंाकि ऐसी सलाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें दिल्ली पुलिस के एक कार्यक्रम में दी थी कि वह खांसी का इलाज बेंगलूरू में करवाएं। मोदी ने उन्हें बेंगलुरु में योग चिकित्सक से मिलने की सलाह दी थी। हालंाकि दिल्ली सरकार से जुड़े सूत्रों की माने तो केजरीवाल की अनुपस्थिति में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया दिल्ली सरकार का कामकाज संभालेंगे और वह कार्यवाहक मुख्यमंत्री होंगे।  अरविंद केजरीवाल करीबन का ब्लड शुगर लेवल पिछले 10 दिनों से 300 से ऊपर है और डॉक्टरों ने उनके इंसुलिन की खुराक तीन गुणा और दवाईयों की खुराक दो गुणा बढ़ा दी, बावजूद इसके उनकी खांसी बिगड़ती जा रही है और ब्लड शुगर लेवल भी लगातार हाई है।       खुद केजरीवाल कह चुके हैं कि दिल्ली चुनाव के व्यस्त अभियान के दौरान उनकी खांसी बिगड़ती गई। वह पुरानी एलर्जिक खांसी से पीडि़त हैं और दिल्ली में सौ से अधिक जन सभाओं को संबोधित करने के दौरान सांस लेने में धूलकण और प्रदूषण से भी उनकी तबियत और बिगड़ गई। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें नेचुरोपैथी में इलाज कराने की सलाह दी है और अब वह 5 मार्च को दस दिन के लिए नेचुरोपैथी सेंटर जाएंगे। इस समय आम आदमी पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। जिसके लिए केजरीवाल ने सोशल मीडिया के जरिए कहा है कि पार्टी के भीतर चल रही कलह से वे बहुत ही आहत और दुखी हैं। लेकिन वे इस गंदी लड़ाई में नहीं पडऩा चाहते हैं। पार्टी के भीतर उठापटक पर उनके और दूसरे खेमे में वार प्रहार पर उन्होने कहा कि वह दिल्लीवासियों के भरोसे पर पूरी तरह से खरा उतरने की कोशिश करेंगे।

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