• श्रीनिवासन ने सर्वोच्च न्यायालय से बिना शर्त माफी मांगी

    नई दिल्ली ! भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के निर्वासित अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन ने आठ फरवरी को बोर्ड की कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय से शुक्रवार को बिना शर्त माफी मांगी। श्रीनिवासन ने कहा कि न्यायालय के आदेश को नहीं समझ पाने के कारण गलफहमी में ऐसा हुआ।...

    नई दिल्ली !  भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के निर्वासित अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन ने आठ फरवरी को बोर्ड की कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय से शुक्रवार को बिना शर्त माफी मांगी। श्रीनिवासन ने कहा कि न्यायालय के आदेश को नहीं समझ पाने के कारण गलफहमी में ऐसा हुआ।श्रीनिवासन ने न्यायालय से कहा, "मैं न्यायालय से क्षमा मांगता हूं। हमने आदेश के पत्र को देखा लेकिन उसका सही अर्थ नहीं समझ सके।"श्रीनिवासन के माफीनामे को मंजूर करते हुए न्यायमूर्ति टी. एस. ठाकुर और फकीर मोहम्मद इब्राहिम कलिफुल्ला की पीठ ने उन्हें दो मार्च को होने वाली बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए) की ओर से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की भी इजाजत दे दी।न्यायालय ने हालांकि साफ किया कि श्रीनिवासन टीएनसीए के अध्यक्ष नहीं, बल्कि केवल प्रतिनिधि के रूप में अपना मत देंगे।न्यायालय ने श्रीनिवासन पर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स में हिस्सेदारी सहित बीसीसीआई के अध्यक्ष के तौर पर भी कार्य करने लिए हितों के टकराव की स्थिति की बात कही थी और जनवरी में उन्हें बीसीसीआई की सभी बैठकों से अलग रहने का भी निर्देश दिया था।श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन पहले ही 2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सट्टेबाजी के दोषी पाए जा चुके हैं।

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