• मोदी-मुफ्ती ने कश्मीर में सरकार गठन पर चर्चा की

    पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद सईद ने जम्मू एवं कश्मीर में सरकार गठन को अंतिम रूप देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। राज्य में पीडीपी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन सरकार बनाने जा रही है। ...

    नई दिल्ली| पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद सईद ने जम्मू एवं कश्मीर में सरकार गठन को अंतिम रूप देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। राज्य में पीडीपी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन सरकार बनाने जा रही है। मुफ्ती ने प्रधानमंत्री आवास पर मोदी से मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से कहा, "मैंने प्रधानमंत्री से आज मुलाकात की। यह हम दोनों के लिए साथ मिलकर काम करने का अवसर है।"यह बैठक नई सरकार के संचालन के लिए साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर पीडीपी और भाजपा के बीच मौजूद मतभेद को दूर करने के बाद हुई। सईद ने कहा कि वह और मोदी ने कश्मीर से संबंधित कई मुद्दों पर बातचीत की। हालांकि, उन्होंने दोनों पार्टियों के बीच मंत्रिमंडल के विभागों को लेकर होने वाले बंटवारे से संबंधित जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा, "सभी बातें शपथ-ग्रहण समारोह के दिन सार्वजनिक की जाएंगी। जम्मू-कश्मीर में कई मुद्दे हैं, हमें राज्य में एक अच्छी सरकार बनानी है।"जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री सईद ने कहा, "प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में शांति पर जोर दिया है। वह इसे शांति का द्वीप बनाना चाहते हैं।"उन्होंने मोदी से यह भी कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में शांति प्रक्रिया में पाकिस्तान को शामिल करना जरूरी है। जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा में पीडीपी के 28 सदस्य हैं और लद्दाख क्षेत्र के जांसकर सीट से निर्दलीय चुनाव जीतने वाले विधायक ने भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। भाजपा के 25 सदस्य हैं और इसे सज्जाद गनी लोन की पीपुल्स कान्फ्रेंस के दो विधायकों का समर्थन प्राप्त है। प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि लोकतंत्र की खूबसूरती है कि विभिन्न मुद्दों पर मतभेद होने के बावजूद दो पार्टियों ने स्थिर सरकार बनाने के लिए हाथ मिलाया है। जितेंद्र ने  कहा, "लोगों के जनादेश को सम्मान देने का इससे बेहतर कोई विकल्प नहीं है। दोनों पार्टियां असहमति को स्वीकारने के लिए तैयार है, यह बड़ी बात है।"उन्होंने कहा कि सरकार के स्तर पर दोनों पार्टियां बराबर की साझेदार होंगी।

अपनी राय दें