टेरी से हटाने का दबाव बढ़ानई दिल्ली ! यौन उत्पीड़न के आरोपों पर गुरुवार को अपनी जमानत अर्जी पर होने जा रही सुनवाई की प्रतीक्षा कर रहे जानेमाने पर्यावरणविद् आर. के. पचौरी को बुधवार को शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस बीच महिला कार्यकर्ताओं ने उनके टेरी महानिदेशक पद से इस्तीफा देने की मांग पर दबाव बढ़ा दिया है। पचौरी ने आरोपों से इंकार कर दिया है लेकिन टेरी से छुट्टी पर चले गए हैं। दिल्ली की एक अदालत ने पचौरी को 26 फरवरी तक गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा प्रदान की है। संयुक्त राष्ट्र के जलवायु परिवर्तन पर अंतरसरकारी समिति (आईपीसीसी) के अध्यक्ष पचौरी ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और उनपर लगे आरोपों पर विश्व निकाय की ओर से किसी तरह की जांच नहीं कराई जाएगी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून के प्रवक्ता स्टीफन दुजार्रिक ने मंगलवार को न्यूयार्क में संवाददाताओं को इस आशय की जानकारी दी थी।पचौरी (75) को दिल की परेशानी उत्पन्न होने के कारण 21 फरवरी को यहां के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टेरी) के सूत्र ने आईएनएस को बताया कि उनके अस्पताल में भर्ती होने की खबर बुधवार को सामने आई है।अपने विरोध को मजबूती से प्रदर्शित करती हुई महिला कार्यकर्ताओं ने टेरी शासकीय परिषद की ओर से कथित दुर्व्यवहार के लिए पचौरी के खिलाफ 'अनुशासनात्मक' जांच नहीं कराने पर सवाल उठाया और मांग की कि उन्हें जांच होने तक निलंबित किया जाए।मशहूर वकील इंदिरा जयसिंह, कार्यकर्ता कविता कृष्णन, योजना आयोग के पूर्व सदस्य सैयदा हमीद एवं अन्य ने शासकीय परिषद को कड़े शब्दों में पत्र लिखा है और टेरी की आंतरिक शिकायत समिति के प्रिजाइडिंग अधिकारी द्वारा जांच होने तक पचौरी को उनके पद से 'निलंबित' किए जाने की मांग की।पत्र में कहा गया है, "एक चिंतनशील नागरिक के रूप में हम अपनी क्षमता में आपको लिख रहे हैं कि डॉ. आर. के. पचौरी को टेरी के महानिदेशक पद से इस्तीफा देने के लिए कहा जाए। अकेले आप में ऐसा करने की शक्ति है और यदि वे ऐसा करने में विफल रहते हैं तो आपको उन्हें टेरी के महानिदेशक के रूप में उनकी शक्तियां छीनने की शक्ति है।"पद्म भूषण से सम्मानित 74 वर्षीय पचौरी पर एक महिला शोध विश्लेषक ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और उनके खिलाफ पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है। पचौरी टेरी में महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं। ई-मेल, व्हाट्सएप्प संदेशों तथा अन्य सबूतों के हवाले से शिकायतकर्ता ने पचौरी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि सितंबर 2013 में उनके टेरी से जुड़ने के कुछ समय बाद ही पचौरी ने उनका यौन उत्पीड़न शुरू कर दिया था।पचौरी के वकील ने आरोपों का यह कहते हुए इंकार किया है कि उनके मुवक्किल का कंप्यूटर और फोन हैक कर लिया गया था।