इस्लामाबाद ! पाकिस्तान में बीस लाख से अधिक मोबाइल सिम कार्ड बंद कर दिए गए हैं। 'डॉन ऑनलाइनÓ द्वारा शुक्रवार को जारी रपट के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार द्वारा उपभोक्ताओं के विवरण के सत्यापन के लिए चलाए गए अभियान के तहत ये सिम कार्ड बंद किए गए हैं। इस महीने की शुरुआत में सरकार ने पाकिस्तान दूरसंचार प्रशासन (पीटीए) को अगस्त 2013 से पहले जारी किए गए 10 करोड़ सिम कार्डों के सत्यापन के लिए 91 दिनों का समय दिया था, लेकिन बायोमीट्रिक सत्यापन प्रणाली (बीवीएस) के जरिए इन्हें सत्यापित नहीं किया जा सका। इस साल 12 जनवरी से शुरू इस प्रक्रिया के तहत पीटीए ने 87 लाख उपभोक्ताओं के सिम कार्ड के दोबारा सत्यापन किए हैं। बीवीएस के जरिए मोबाइल फोन कनेक्शन के सत्यापन की तीन महीने की अवधि 13 अप्रैल को समाप्त हो गई। पीटीएस चेयरमैन सईंद इस्माइल शाह ने कहा, इस कठिन कार्य के लिए तीन महीने की अवधि वास्तविक समय नहीं है, लेकिन आंतरिक मामलों के मंत्रालय का यही निर्देश है। शुरुआती समय सारणी के मुताबिक सत्यापन की यह प्रक्रिया एक साल में समाप्त की जानी थी। शाह के मुताबिक, लेकिन 16 दिसम्बर, 2014 को पेशावर के स्कूल में हुए हमले के बाद यह आवश्यक था। पीटीए चेयरमैन के मुताबिक 91 दिनों की समयावधि के भीतर सत्यापित नहीं हुए सिम कार्डों को बंद कर दिया जाएगा। पीटीए चेयरमैन ने मोबाइल कंपनियों का बचाव करते हुए कहा कि गैर सत्यापित सिम कार्डों को बंद करने से कंपनियों को भारी नुकसान होगा। जनवरी 2009 में पेश की गई प्रणाली के तहत उपभोक्ताओं को सिम कार्डों के चालू करने के लिए दो गुप्त सवालों (माता का नाम और जन्म स्थान) के जवाब देना पड़ा था। 2013 चुनावों के लिए मतदाताओं की सूची सार्वजनिक किए जाने की वजह से इस प्रणाली ने जनवरी 2013 तक सही काम किया। इस सूची में गुप्त सवालों के जवाब शामिल थे। जिसका सही जवाब देने पर सिम कार्ड सक्रिय हो जाएगा।