दुबई| मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर 29 मार्च को होने वाला आईसीसी विश्व कप का फाइनल मुकाबला अगर टाई होता है तो नए विश्व चैम्पियन का फैसला सुपर ओवर के माध्यम से होगा। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने गुरुवार को हुई बोर्ड की बैठक के बाद इस बदलाव की घोषणा की। आईसीसी ने 2011 विश्व कप फाइनल एवं अन्य आईसीसी आयोजनों की तर्ज पर विश्व कप-2015 के फाइनल का फैसला सुपर ओवर के माध्यम से कराने का फैसला जारी रखा है। आईसीसी के मुताबिक टाई की स्थिति में यही विजेता को चुनने का सबसे कारगर उपाय है। बोर्ड ने 'आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट' के तहत धीमे ओवर गति से जुड़े नियमों में बदलाव को हरी झंडी दिखाई। अब विश्व कप में हिस्सा लेने जा रहे कप्तान पर बीती किसी सीरीज में धीमी ओवर गति के कारण मिली सजा को नहीं गिना जाएगा। वह नए सिरे से विश्व कप की शुरुआत कर सकेगा। इसका मतलब यह है कि विश्व कप में हिस्सा लेने वाले तमाम कप्तान अगर विश्व कप के दौरान धीमी ओवर गति के लिए दोषी पाए गए तो ही उनके खिलाफ किसी तरह की सजा मान्य होगी। आईसीसी ने बोर्ड की बैठक में खिलाड़ियों की सुरक्षा पर भी चर्चा की। यह कहा गया कि आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी फिलिप ह्यूज की मौत काफी दुखदाई थी और इसी कारण हेलमेट बनाने वाली कम्पनियों को नई मॉडलों के साथ बाजार में आने को कहा गया है।