कराची। पाकिस्तान सरकार ने बेशक मुम्बई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा पर प्रतिबंध लगा दिया हो लेकिन इसके बावजूद इस संगठन की गतिविधियां इस देश में खुलेआम जारी है। जमात उद दावा की धर्मादा इकाई 'फलाह एल इंसानियत फाउंडेशन' ने कल यहां निशुल्क एंबुलेंस सेवा चलाई।पाकिस्तान सरकार ने हाल में जमात उद दावा पर प्रतिबंध लगाया था। हालांकि इस संगठन का कहना है कि वह लोगों के कल्याण के लिए काम करता है। जमात उद दावा के प्रमुख मोहम्मद हाफिज सईद ने निशुल्क एंबुलेंस सेवा कार्यक्रम की शुरूआत के मौके पर पत्रकारों से कहा, कल्याणकारी कार्य हमारे के लिए महत्वपूर्ण है और इसी के लिए हम पाकिस्तान में जाने जाते है। ग्रामीण और आपदाग्रस्त इलाकों में इस तरह की कई परियोजनाों को शुरू करने के बाद हमारी योजना अब इन परियोजनाों की पहुंच ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की है। उसने कहा, पहले चरण में फलाह एल इंसानियत फाउंडेशन सभी शहरी जिलों में 15 एंबुलेंस सेवा संचालित करेगा।हम देश के 118 शहरों में एंबुलेंस सेवा संचालित कर रहे है।..एक सवाल के जवाब में उसने कहा कि उसका संगठन प्रशासन और क्षेत्र के लोगों की तरफ से किसी भी कल्याणकारी परियोजना में किसी तरह की रूकावट का सामना नहीं कर रहा है और ये कल्याणकारी परियोजनाएं देश की अखंडता और गरीब लोगों के हित में है। हाफिज ने कहा..हमारी कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है और हमे अपने वास्तविक कार्य करने से कोई नहीं रोक सकता।हम कल्याणकारी कार्य वोट पाने के लिए नहीं करते बल्कि सामाजिक गतिविधियों के जरिये लोगों के दिलों को जीतने के लिए करते है। इस बीच पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त टी.सी.ए. राघवन ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन आजादी के साथ घूम रहे है और ऐसे में दोनों पडोसी देशों के बीच वार्ता फिर शुरू होना मुश्किल है। एक रिपोर्ट के अनुसार श्री राघवन ने कल गणतंत्र दिवस के मौके पर भारतीय उच्चायोग में एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि असल मुद्दा वार्ता आयोजित करने का नहीं है बल्कि यह है कि इस प्रक्रिया को कौन फिर से शुरू करेगा। उल्लेखनीय है कि हाफिज सईद मुम्बई हमलों का मास्टरमाइंड है।हाफिज सईद कई बार भारत के खिलाफ जहर उगल चुका है और अन्तर्राष्ट्रीय दबाव के बाद पाकिस्तान ने हाल में हाफिज सईद के संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया था।