• राष्ट्रपति भवन में ओबामा का भव्य पारंपरिक स्वागत

    नई दिल्ली| अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का रविवार को राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया गया। ओबामा ने अपने स्वागत के बाद कहा कि दोबारा भारत आना उनके लिए सम्मान की बात है। ओबामा ने राष्ट्रपति भवन के भव्य प्रागंण में पत्रकारों से कहा, "भारत वापस आना सम्मान की बात है। मैं इस असाधारण मेहमाननवाजी के लिए आभारी हूं।"...

    नई दिल्ली| अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का रविवार को राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया गया। ओबामा ने अपने स्वागत के बाद कहा कि दोबारा भारत आना उनके लिए सम्मान की बात है। ओबामा ने राष्ट्रपति भवन के भव्य प्रागंण में पत्रकारों से कहा, "भारत वापस आना सम्मान की बात है। मैं इस असाधारण मेहमाननवाजी के लिए आभारी हूं।" गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के दौरान ओबामा के मार्गदर्शन के लिए उनके साथ विंग कमांडर पूजा ठाकुर मौजूद थीं। इससे पहले ओबामा के कारों का काफिला दोपहर 12.15 बजे राष्ट्रपति मुखर्जी के अंगरक्षक घुड़सवार जत्थे के मार्गदर्शन में राष्ट्रपति भवन के लोहे के द्वार से होते हुए अंदर दाखिल हुआ। राष्ट्रपति भवन के प्रागंण में आने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के सम्मान में 21 तोपों की सलामी दी गई। काले बंदगला सूट पहने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। मोदी हल्के धारीदार काले बंदगले सूट में नजर आए, जबकि सुबह उन्होंने नेहरू जैकेट और लाल शॉल के साथ हल्के क्रीम रंग का कुर्ता पाजामा पहन रखा था। स्वागत समारोह के लिए पोडियम पर जाने से पहले ओबामा ने मुखर्जी और मोदी के साथ बात की और कुछ बातों पर हंसते हुए नजर आए। ओबामा भारत के गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति है। ओबामा रेड कार्पेट से होते हुए सुनहरी छंटा वाले लाल कैनवस से ढके मंच तक पहुंचे। भारत और अमेरिका दोनों देशों के राष्ट्रगानों के लिए सैन्य बैंड ने प्रस्तुति दी। इसके बाद ओबामा ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया। ओबामा को केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, मनोहर पार्रिकर, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, वेंकैया नायडू, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग और चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल अरूप राहा से परिचय कराया गया। ओबामा ने एक बार फिर मुखर्जी और मोदी के साथ खुशी और गर्मजोशी से हाथ मिलाया। ओबामा जैसे ही महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि देने राजघाट के लिए निकले उन्होंने हाथ जोड़ कर 'नमस्ते' कहा, जो कि अभिवादन के लिए भारतीय परंपरा का प्रतीक है।

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