• जून तक होगा राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विचार विर्मश

    नयी दिल्ली। देश में नयी शिक्षा नीति को बनाने की कवायद शुरू हो गयी है और पूरे देश में छह महीने तक इस पर विचार विर्मश होगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार नयी शिक्षा नीति को तैयार करने के लिए मंत्रालय ने अपनी रूप रेखा बना ली है और उस पर अब विचार विर्मश का सिलसिला शुरू हो रहा है।...

    नयी दिल्ली। देश में नयी शिक्षा नीति को बनाने की कवायद शुरू हो गयी है और पूरे देश में छह महीने तक इस पर विचार विर्मश होगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार नयी शिक्षा नीति को तैयार करने के लिए मंत्रालय ने अपनी रूप रेखा बना ली है और उस पर अब विचार विर्मश का सिलसिला शुरू हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि शिक्षा नीति के लिए तैयार (थीम पेपर) पर जून माह तक विचार विर्मश होगा और उसके बाद जो सुझाव आएंगे. उन पर एक राष्ट्रीय समिति में विचार किया जाएगा। फिर उस समिति के निष्र्कषो तथा सुझावों को केन्द्रीय शिक्षा सलाहाकार बोर्ड (केब) की बैठक में रखा जाएगा। सूत्रों ने बताया कि केब की बैठक में नयी शिक्षा नीति को अंतिम मंजूरी दी जाएगी। सूत्रों ने बताया कि नयी शिक्षा नीति को तैयार करने के लिए पहले राज्य स्तर पर विचार विर्मश होगा और उस राज्य की जरूरतों तथा सांस्कृतिक विशेषताों को भी ध्यान में रखा जाएगा। सूत्रों ने बताया कि स्कूली शिक्षा तथा उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा के लिए अलग-अलग 'थीम पेपर' तैयार किए जा रहे है। जिनको ध्यान में रखाकर ही विचार विर्मश होगा। सूत्रों ने यह भी बताया कि विचार विर्मश में अकादमिक जगत, उद्योग जगत छात्रों तथा देश के गणमान्य नागरिकों, बुद्धिजीवियों को भी शामिल किया जाएगा और नयी शिक्षा नीति तैयार करते हुए संविधान के मूल्यों तथा देश के सांस्कृति तथा ऐतिहासिक मूल्यों को भी ध्यान में रखा जाएगा तथा ऐसी शिक्षा नीति बनायी जाएगी जो देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास तथा लोगों को रोजगार दिलाने में सहायक हो तथा नागरिकों का चरित्र निर्माण भी कर सके एवं प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक इस्तेमाल हो सके।

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