• भाजपा से सहमति बनाने में जुटी पीडीपी

    जम्मू ! पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर में सरकार के गठन पर पीडीपी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ बातचीत जारी है और न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सहमति बनने पर शीर्ष स्तर की वार्ता होगी। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने पीडीपी की प्राथमिकताएं गिनाकर यह संकेत भी दे दिया कि पार्टी अपनी विचारधारा और मुख्य एजेंडे से पीछे नहीं हटेगी। ...

    जम्मू-कश्मीर सरकार गठन मामलाजम्मू  !   पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर में सरकार के गठन पर पीडीपी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ बातचीत जारी है और न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सहमति बनने पर शीर्ष स्तर की वार्ता होगी।  जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने पीडीपी की प्राथमिकताएं गिनाकर यह संकेत भी दे दिया कि पार्टी अपनी विचारधारा और मुख्य एजेंडे से पीछे नहीं हटेगी। श्री सईद ने कहा कि सरकार के गठन के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर भाजपा के साथ बातचीत जारी  ययशेष पृष्ठï 7 पर यहै। यदि सीएमपी पर सहमति बनी तो आगे ठोस वार्ता होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ शांतिवार्ता की बहाली तथा सीमा पर शांति स्थापित करके राज्य में अमन चैन कायम करना, राज्य से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून हटाना, जलविद्युत योजनाओं पर राज्य का मालिकाना हक, तीनों क्षेत्रों का विकास तथा शिक्षित युवाओ के लिए रोजगार सृजन करना पीडीपी की प्राथमिकताएं हैं। श्री सईद ने कहा कि उनके लिए मुख्यमंत्री पद अहम नहीं है बल्कि जम्मू कश्मीर के लोगों की इज्जत की रक्षा करना कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है । उन्होनें कहा कि विधानसभा चुनाव का जनादेश पूरी तरह  विभाजित है ।जम्मू में भाजपा, कश्मीर में पीडीपी और लद्दाख में कांग्रेस को जनादेश मिला है ।श्री सईद ने कहा कि वर्ष 2002 में भी ऐसा ही जनादेश आया था।लेकिन केन्द्र की तत्कालीन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन, राजग.की मदद से राज्य में अमन का माहौल बना था और विकास संभव हो सका था। श्री सईद ने कहा कि राज्य में नई सरकार के गठन के लिये उनकी पार्टी मुख्यमंत्री पद से कम कोई समझौता नहीं करेगी।  उन्होंने कहा-, हमें नई सरकार में मुख्यमंत्री पद से कम और कुछ स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम.एएफएसपीए, हटाने और पाकिस्तान के संवाद तथा समान न्यूनतम कार्यक्रम जैसे अन्य मुद्दों को लेकर उनकी पार्टी अपने रूख पर अडिग है। केंद्र सरकार में संभावित अवसर के संर्दभ में उन्होंने कहा कि इसके लियें भाजपा को आगे आना तथा पार्टी.पीडीएफ, से बातचीत करनी चाहिये।यह अवसर राज्य और यहां की जनता के हित में होगा।उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों की तरफ से द्वितीय स्तर की बातचीत प्रगति पर है लेकिन संरचनात्मक बातचीत कुछ मुद्दों के निपटाये जाने के बाद ही हो सकेगी।      श्री सईद ने कार्यकर्ताों को आश्वस्त किया कि पीडीपी अशांति और संकट से जूझ रहे जम्मू.कश्मीर के हालात को सामान्य बनाने की दिशा में काम करेगी।     इस मौके पर पीडीपी की नवनिर्वाचित अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपने संबोधन में संविधान की अनुच्छेद 370 को मजबूत बनाने की वकालत करते हुये कहा कि यह अनुच्छेद राज्य और देश के बीच एक सेतु की तरह है।उन्होंने कहा कि केंद्र के लिये यह समय यहां के  लोगों के दिल और दिमाग को जीतने की है।  महबूबा दोबारा अध्यक्ष निर्वाचितसांसद महबूबा मुफ्ती आज पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की फिर से निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हो गईं। पार्टी मुख्यालय में चुनाव के बाद यह घोषणा की गई पार्टी के निर्वाचक मंडल ने सुश्री मुफ्ती को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुन लिया। सांसद तारिक हामिद कारा ने उनके नाम का प्रस्ताव किया तथा श्री विक्रमादित्य ने उनका अनुमोदन किया।घर वापसी को लेकर संघ की आलोचनामुफ्ती मोहम्मद सईद ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के  घर वापसी कार्यक्रम की आलोचना करते हुए आज कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए मोदी सरकार को समावेशी बनना होगा। उन्होंने कहा कि विचारधाराओं की लडाई लोकतंत्र का हिस्सा है लेकिन घर वापसी जैसे कार्यक्रम से लोकतंत्र कमजोर होगा। उन्होने कहा मोदी सरकार को सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलने के लिए समावेशी होना पड़ेगा तभी लोकतंत्र मजबूत बनेगा।

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