• सेना प्रमुख ने असम के हालात की समीक्षा की

    सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग सुरक्षा हालात की समीक्षा करने शनिवार को असम पहुंचे। इस बीच सुरक्षा बलों ने, बोडो आतंकवादियों द्वारा किए गए नरसंहार के बाद, भूटान सीमा पर अभियान तेज कर दिया है। सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि जनरल दलबीर सिंह गुवाहाटी हवाईअड्डे से सीधे रंगिया सैन्य ठिकाने पर गए और सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ वहां सुरक्षा हालात की समीक्षा की। ...

    गुवाहाटी | सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग सुरक्षा हालात की समीक्षा करने शनिवार को असम पहुंचे। इस बीच सुरक्षा बलों ने, बोडो आतंकवादियों द्वारा किए गए नरसंहार के बाद, भूटान सीमा पर अभियान तेज कर दिया है। सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि जनरल दलबीर सिंह गुवाहाटी हवाईअड्डे से सीधे रंगिया सैन्य ठिकाने पर गए और सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ वहां सुरक्षा हालात की समीक्षा की।सेना प्रमुख उदलगुड़ी, बक्सा और चिरांग जिलों में भूटान से लगे कुछ इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी करने वाले हैं। सेना, असम-अरुणाचल प्रदेश की अंतराज्यीय सीमा पर और भूटान के साथ लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अभियान पहले ही तेज कर चुकी है।  सेना का यह अभियान तब शुरू हुआ है, जब नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) द्वारा सोनितपुर, कोकराझार, उदलगुड़ी और चिरांग में किए गए नरसंहार में 73 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और 70,000 से अधिक बेघर हो गए हैं।  सेना प्रमुख ने असम के हालात पर शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से नई दिल्ली में मुलाकात की थी।  केंद्र सरकार राज्य में हालात पर नियंत्रण करने के लिए अतिरिक्त बलों की 50 कंपनियां पहले ही भेज चुका है, जिसमें सशस्त्र सीमा बल, इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और सीमा सुरक्षा बल शामिल हैं। मंगलवार के नरसंहार के बाद से राज्य में यद्यपि हिंसा की कोई नई घटना नहीं घटी है, लेकिन जिलों से लोगों का पलायन लगातार जारी है। असम पुलिस के सूत्रों ने कहा है कि भूटान सीमा सील कर दी गई है और वहां छिपे पूर्वोत्तर के आतंकवादियों के खिलाफ जल्द ही एक अभियान शुरू किया जाएगा। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा है कि प्रभावित जिलों में 77 राहत शिविरों में 70,000 से अधिक लोगों ने शरण ले रखी है।


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