• जयंती के बहाने चरण सिंह को 'हथियाने' की होड़

    लखनऊ ! देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व़ चौधरी चरण सिंह की जयंती को लेकर उप्र में सियासी बिछात बिछनी शुरू हो गई है। किसानों के नेता कहे जाने वाले चरण सिंह की 23 दिसंबर को जयंती है और इसे लेकर उप्र में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद), समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच किसानों का मसीहा बनने की एक दिलचस्प होड़ मची हुई है। चरण सिंह की जयंती को लेकर सरकारी आयोजनों और राजनीतिक दलों में कार्यक्रमों की होड़ दिखाई दे रही है। ...

    लखनऊ !   देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व़ चौधरी चरण सिंह की जयंती को लेकर उप्र में सियासी बिछात बिछनी शुरू हो गई है। किसानों के नेता कहे जाने वाले चरण सिंह की 23 दिसंबर को जयंती है और इसे लेकर उप्र में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद), समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच किसानों का मसीहा बनने की एक दिलचस्प होड़ मची हुई है। चरण सिंह की जयंती को लेकर सरकारी आयोजनों और राजनीतिक दलों में कार्यक्रमों की होड़ दिखाई दे रही है। कई दलों की ओर से किसान दिवस मनाने का कार्यक्रम जारी किया जा चुका है। सपा सरकार ने 23 दिसंबर को प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। इसके अलावा पार्टी स्तर पर जिला मुख्यालयों पर कार्यक्रम आयोजित करने को कहा है। सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि किसान दिवस पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधानभवन स्थित चौधरी साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। उन्होंने बताया कि इस मौके पर जिला और प्रदेशस्तर पर प्रगतिशील किसानों को पुरस्कृत किया जाएगा।इधर, सपा के अलावा भाजपा भी जाटों को लुभाने में पीछे नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष डा़ॅ लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने बताया कि जिलों में चौधरी साहब की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करने के साथ गोष्ठियां भी होंगी, जिनमें भाजपा द्वारा किसान हित में लिए गए फैसलों पर चर्चा होगी। इस बीच रालोद दिल्ली में किसान घाट पर बड़े आयोजन के अलावा प्रदेश में चार दिन तक कार्यक्रम करेगा। अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने बताया कि विधान भवन स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद जिलों में 25 दिसंबर तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे।राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने 23 दिसंबर को दिल्ली के किसान घाट पर आयेजित होने वाले किसान दिवस को सफल बनाने की पूरी तैयारी की है। दिल्ली के 12, तुगलक रोड पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का स्मारक बनाने की जंग में अकेले पड़े रालोद ने किसान दिवस को कामयाब बनाने को ताकत झोंक दी हैरालोद के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि दिल्ली के किसान घाट पर 23 दिसंबर को प्रत्येक जिले से प्रतिनिधियों से भाग लेने को कहा गया है। दिल्ली के निकट के क्षेत्रों से खासतौर पर लोग किसान दिवस में शामिल होने के लिए पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि दिल्ली के अलावा उप्र के जिला मुख्यालयों और लखनऊ में भी चौ. चरण सिंह की जयंती के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।ज्ञात हो कि मेरठ में 12 अक्टूबर को संपन्न किसान स्वाभिमान रैली में कांग्रेस, सपा व जनता दल परिवार के नेताओं के जमावड़े से चरण सिंह स्मारक निर्माण की लड़ाई तेज होती दिखी थी, मगर रालोद के अलावा अन्य दलों ने स्मारक आंदोलन से दूरी बना ली है।दिल्ली में 23 दिसंबर को होने वाले किसान दिवस पर भी एकजुटता होती नहीं दिख रही। किसान घाट पर चरण सिंह जयंती के मौके पर संयुक्त प्रदर्शन करने की योजना सिरे नहीं चढ़ सकी और इसके विपरित जनता दल परिवार के घटक दलों ने चरण सिंह जयंती से एक दिन पहले 22 दिसंबर दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री पर जमकर निशाना साधा।चौहान से यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी चौ चरण सिंह के स्मारक की लड़ाई में अकेले पड़ गयी है, तो उन्होंने कहा, "ऐसा नही है। यह हमारी पार्टी का विषय है और हम इसकी लड़ाई लड़ेंगे।" जनता दल परिवार की ओर से किए जा रहे जंतर मंतर पर किए गए प्रदर्शन को लेकर चौहान ने कहा, "मुलायम सिंह का जंतर मंतर पर कालाधन के लिए धरना तो नौटंकी ही है। एक तरफ वह चौटाला, लालू यादव के साथ मिलकर जनता दल परिवार बनाते हैं। अब चौटाला और लालू जैसे लोगों का साथ लेकर वह कालेधन की लड़ाई लड़ेंगे। यह सोचकर ही हंसी आती है।"चौहान ने कहा कि इन दोनों नेताओं के अलावा खुद मुलायम के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है। देवगौड़ा के बेटे पर भी इसी तरह का आरोप लगा है। यह धरना तो महज दिखावा ही है।

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