• किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने और कालाबाजारी रोकने के निर्देश

    लखनउं ! उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार की मांग के अनुसार भारत सरकार से उर्वरक प्राप्त करने के प्रयास निरन्तर किये जायं। उन्होंने कहा कि यह प्रयास किया जाय कि दिसम्बर माह के लिए आवंटित 8.5 लाख मैटि्रक टन यूरिया प्रत्येक दशा में भारत सरकार से प्राप्त हो जाय। ...

    लखनउं  !  उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार की मांग के अनुसार भारत सरकार से उर्वरक प्राप्त करने के प्रयास निरन्तर किये जायं।       उन्होंने कहा कि यह प्रयास किया जाय कि दिसम्बर माह के लिए आवंटित 8.5 लाख मैटि्रक टन यूरिया प्रत्येक दशा में भारत सरकार से प्राप्त हो जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि किसानों को यूरिया निर्धारित मूल्य पर उपलब्ध हो तथा कालाबाजारी कतई न होने पाये।       मुख्य सचिव श्री रंजन आज यहां किसानों को उनकी आवश्यकतानुसार यूरिया उपलब्ध कराने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।       उन्होंने उर्वरकों के कालाबाजारी रोकने के लिए निरन्तर अिभयान चालू रखने के लिए अधिकारियों से कहा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा हाल ही में प्रधानमंत्री से किसानों की मांग को दृष्टिगत रखते हुए जनवरी माह में प्रदेश को 10 लाख मीटि्रक टन यूरिया का आवंटन किये जाने का अनुरोध किया गया था जिसके लिए भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से निरन्तर अनुरोध किया जाय।मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में यूरिया की कालाबाजारी रोकने के अिभयान के तहत समस्त जिलों में आज लगभग 19।1 छापे में 703 से अधिक नमूने लेकर 148 दुकानों के लाइसेन्स निलम्बित तथा 03 दुकानों की बिक्री प्रतिबन्धित कर दी गई है।       उन्होंने बताया कि लगभग 37 मीटि्रक टन से अधिक उर्वरक के माल को सील करते हुए 104 दुकानदारों को चेतावनी तथा 09 प्रतिष्ठानों को सील भी करा दिया गया है।       श्री रंजन ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के किसानों को यूरिया उपलब्ध कराने के लिए किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न बरती जाय। उन्होंने कहा कि किसानों से यूरिया के निर्धारित मूल्य से अधिक किसी भी विक्रे ता द्वारा वसूलने की शिकायत मिलने पर तत्काल सख्त से सख्त कार्रवाई कराई जाय।मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हाल ही में प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि रबी मौसम के लिए राज्य को यूरिया उर्वरक की मांग 38 लाख मीटि्रक टन के सापेक्ष 35 लाख मीटि्रक टन का आवंटन ही किया गया है।       उन्होंने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि 35 लाख मीटि्रक टन आवंटन के सापेक्ष भारत सरकार द्वारा माहवार निर्धारित नियोजित आवंटन के विरूद्ध गत माह अक्टूबर एवं नवम्बर में प्रदेश को स्वदेशी तथा आयातित यूरिया उर्वरक की आपूर्ति नहीं मिल पाई है। उन्होंने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि यूरिया उर्वरक माह अक्टूबर के आवंटन 6.39 लाख मी0टन के सापेक्ष मात्र 4.95 लाख मी0टन प्राप्त हुई है।     इसी प्रकार माह नवम्बर में 6.50 लाख मी0टन के सापेक्ष 5.58 लाख मी0टन प्राप्त हुई है। माह अक्टूबर में 1.44 लाख मी0टन एवं माह नवम्बर में 0.92 लाख मी0टन कु ल 2.36 लाख मी0टन यूरिया उर्वरक कम प्राप्त हुई हैं। माह दिसम्बर का आवंटन 8.50 लाख मी0टन प्राप्त हुआ है जिसके विपरीत दिनांक 18 दिसम्बर तक कु ल 4.21 लाख मी0टन यूरिया ही प्राप्त हुई है। वर्तमान उर्वरक आपूर्ति की गति के अनुसार माह दिसम्बर तक लगभग 7.25 लाख मी0टन यूरिया उर्वरक ही उपलब्ध हो पायेगी जिसके कारण माह दिसम्बर में भी लगभग 1.25 लाख मी0टन यूरिया उर्वरक कम प्राप्त होने की संभावना हैं। अत: माह दिसम्बर की अवशेष मात्रा 4.29 लाख मी0टन की आपूर्ति के लिए प्रतिदिन कम से कम 11 से 12 रेक यूरिया उर्वरक प्रदेश के लिए उपलब्ध कराया जाना आवश्यक है।     वर्तमान में मात्र सात से आठ रेक यूरिया उर्वरक ही प्रतिदिन प्राप्त हो पा रही है। अत: अनुरोध है कि माह अक्टूबर एवं नवम्बर की अवशेष मात्रा 2.36 लाख मी0टन के साथशसाथ माह दिसम्बर के आवंटन की शतप्रतिशत आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाय जिससे कि गेहूं की टॉप ड्रेसिंग एवं अवशेष बुवाई के लिए किसानों को आवश्यकता के अनुरू प यूरिया उर्वरक उपलब्ध हो सके तथा किसानों के किसी भी प्रकार के आक्रोश का सामना न करना पडे।

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