कांग्रेस समेत विपक्ष ने बोला हमला धर्मांतरण मुद्दे पर बढ़ा सरकार का संकट रास में पहले से ही कार्यवाही हो रही है बाधित कोलकाता ! चल रहे शीतकालीन संसदीय सत्र में आरएसएस प्रमुख ने सरकार की परेशानी को और बढ़ा दी है। भागवत ने यह कहकर राजनीतिक भूचाल ला दिया है कि हिंदू धर्म से भटके लोगों की घर वापसी होगी। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। धर्मांतरण को लेकर पहले से ही घमासान मचा हुआ है। राज्य सभा में विपक्ष पहले से ही इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण मांग रहा है। प्रधानमंत्री के स्पष्टीकरण न देने से राज्यसभा की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि भागवत के इस बयान के बाद जहां सरकार की परेशानी बढ़ेगी वहीं धर्मांतरण को लेकर एक नया सियासी तूफान भी उठेगा। कांग्रेस समेत कई दलों ने भागवत के बयान को लेकर तीखा हमला बोला है। एक कार्यक्रम में बोलते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आज धर्मांतरण के मुद्दे का समर्थन करते हुए कहा कि जो भी व्यक्ति हिंदू धर्म से भटका है वे उसे घर वापस लाएंगे। संघ प्रमुख ने यहां विश्व हिंदू सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी लोग हमारे धर्म से भटके हैं। हम उन्हें वापस लाएंगे। अगर किसी व्यक्ति को यह पसंद नहीं तो इसे रोकने के लिए कोई कानून बनाएं। उन्होंने कहा कि हम किसी का धर्म परिवर्तित करने के लिए बाहर नहीं निकले हैं लेकिन अगर हिंदू परिवर्तन नहीं करेंगे तो हिंदू धर्म कभी नहीं बदलेगा। हम इस मसलेपर तटस्थ हैं। हम अपने लोगों को उनसे बचाएंगे जो दूसरों का सिर काटते हैं। संघ प्रमुख ने कहा कि जब तक हिंदुओं में एकता नहीं होगी और वे मजबूत नहीं होंगे तब तक कोई भी शांति से नहीं रह पाएगा। उन्होंने कहा कि हम कहीं बाहर से यहां घुसे नहीं हैं। भारत एक हिंदू राष्ट्र है और अब हिंदू जागृत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग दूसरे धर्म के अनुयायियों का हिंदू धर्म स्वीकारने का विरोध कर रहे हैं, उन्हें पहले हिंदुओं का दूसरे धर्म में परिवर्तन रोकना चाहिए। संघ प्रमुख ने पड़ोसी देश पाकिस्तान को भारत भूमि कहा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान 1947 में हुई घटना के कारण बना है और यह स्थाई नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कई अपराध कर रहा है। बांग्लादेशी घुसपैठिए कई अपराध कर रहे हैं लेकिन फिर भी हम सहन कर रहे हैं। हालांकि अब हम ये सब बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमें पता कि हमें कौन से कदम उठाने चाहिए। दुनियाभर में आतंकित हुए लोगों को बस हिंदू ही मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हिंदुओं को शांति से नहीं रहने दिया जा रहा है और अब वहां भी अमन नहीं है। उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने आज ही यह बयान दिया है कि उनकी पार्टी जबरन धर्म परिवर्तन कराए जाने के खिलाफ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को देश में धर्मांतरण के मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए : अरविंद केजरीवाल इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के जवाब से कम कु छ भी मंजूर नहीं है। सरकार के पास करने के लिए कुछ भी नहीं है : आनंद शर्मा