भारत में सिर्फ तीन से चार फीसदी जल परिवहन का इस्तेमाल हो रहा है जबकि चीन में 45 फीसदी परिवहन जल मार्ग से होता है : नई दिल्ली ! केंद्रीय सड़क परिवहन और यातायात मंत्री नितिन गडकरी ने जल परिवहन को सस्ता-सुविधाजनक तथा पर्यावरणके अनुकूल बताते हुए उद्योगपतियों से जल मार्ग विकसित करने में सरकार को सहयोग देने का आज आह्वान किया। श्री गडकरी यहां वाणिज्य अद्योग मंडल (फिक्की) के 87वें सालाना सम्मेलन को सबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सड़क और रेल परिवहन की तुलना में जल परिवहन ज्यादा सस्ता और सुविधाजनक है इसलिए इस परिवहन को बढ़ावा देने की जरूरत है और यह कार्य निजी क्षेत्र के सहयोग से ज्यादा आसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में सिर्फ तीन से चार फीसदी जल परिवहन का इस्तेमाल हो रहा है जबकि चीन में 45 फीसदी परिवहन जल मार्ग से होता है। उन्होंने जल परिवहन को तेजी से विकसित करने की आवश्यकता जताई और कहा कि परिवहन व्यवस्था को तब ही ज्यादा जन उपयोगी बनाया जा सकता है जब सड़क, रेल और जल यातायात के इस्तेमाल में परस्पर समन्वय विकसित किया जा सकेगा। श्री गडकरी ने कहा कि सरकार वाराणसी से हल्दिया तक जल मार्ग विकसित कर रही है। इस मार्ग पर 23 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इसके बनने से वाराणसी तक सड़क अथवा रेल मार्ग से सामान पहुंचेगा और उसके बाद उसे बंदरगाह तक पहुंचाने के लिए जल मार्ग का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे सामान की ढुलाई में लागत भी कम आएगी और समय की ज्यादा बर्बादी भी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि देश में सरकारी निजी सहभागिता (पीपीपी) मोड के तहत पहला काम गोवा पोर्ट में किया जा रहा है। सरकार के पास इस काम के लिए 500 करोड़ रुपए नहीं थे तो निजी क्षेत्र को इसमें आमंत्रित किया गया। इसके लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं और जल्द ही इस पर काम शुरु हो जाएगा।प्रतिदिन 30 किमी सड़क का लक्ष्य केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार ने अगले दो साल में हर दिन 30 किलोमीटर राजमार्ग का निर्माण करने का लक्ष्य रखा है। गडकरी ने कहा, अभी फिलहाल, एक दिन में एक किलोमीटर सड़क बन रही है। हमने अगले दो साल में प्रतिदिन कम से कम 30 किलोमीटर सड़क बनाने का लक्ष्य रखा है। देश को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए ईंधन विधेयक लाएगी सरकारसरकार सडक यातायात को स्वच्छ ईंधन से संचालित करने और देश को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए एक विधेयक ला रही हैै। संसद के अगले सत्र में इसे पेश किया जा सकता है। गडकरी ने वाणिज्य उद्योग मंडल फिक्की की 87वीं आमसभा को संबोधित करते हुए आज यहां कहा कि शहर तेजी से प्रदूषण की चेपट में आ रहे हैं।स्वच्छ पर्यावरण बनाए रखना समय की मांग है और इसे देखते हुए सरकार इथनोल, बायोडीजल तथा बैटरी से चलने वाले वाहनों का संचालन किया जाना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रदूषणमुक्त भारत के लिए पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन का विकल्प आवश्यक हैै। उन्होंने कहा कि तेल आयात के हर साल खर्च होने वाले छह लाख करोड़ रूपए बचेंगे और देश को प्रदूषणमुक्त भी बनाया जा सकेगा।