हैदराबाद ! भारतीय रिजर्व बैंक अगले वर्ष की शुरुआत में मुख्य ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। यह बात प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के पूर्व अध्यक्ष सी. रंगराजन ने कही। उन्होंने कहा कि कीमत की स्थिति में सुधार नजर आ रहा है और बैंक दरों में कटौती करने का फैसला कर सकता है।उन्होंने यहां एक कार्यक्रम के इतर मौके पर संवाददाताओं से गुरुवार को कहा, "कीमतों की स्थिति में सुधार दिख रहा है। मैं अगले साल के शुरू में बदलाव की उम्मीद कर रहा हूं। हाल के नीति बयान के मुताबिक यह कभी भी हो सकता है।"रिजर्व बैंक के पूर्व अध्यक्ष ने हालांकि कहा कि रुपये में उतार चढ़ाव पर भी हालांकि नीति गत फैसला करते वक्त गौर करना चाहिए।चालू खाता घाटा के बारे में उन्होंने कहा कि भले ही तेल मूल्य घटने से आयात में कमी होगी फिर भी घाटा गत वर्ष के बराबर ही रहेगा।उन्होंने कहा कि जब तक तेल मूल्य स्थिर नहीं हो जाता तब तक बाजार में अनिश्चितता बनी रहेगी। तेल मूल्य में गिरावट के कारण उत्खनन कंपनियों पर नकारात्मक असर होगा, लेकिन तेल आयातक देशों को इसका लाभ मिलेगा।इससे पहले इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट एंड रिसर्च इन बैंकिंग टेक्न ोलॉजी (आईडीआरबीटी) में सूचना प्रणाली सुरक्षा पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए रंगराजन ने कहा कि कोई सुसंगठित साइबर अपराध देश की सुरक्ष और अर्थव्यवस्था के लिए खतरा साबित हो सकता है।उन्होंने बैंकिंग उद्योग से प्रणाली को सुरक्षित बनाने के लिए समुचित कदम उठाने की सलाह दी।उन्होंने कहा कि पुराने दिनों में किसी देश की अर्थव्यवस्था को तहस नहस करने के लिए उसमें जाली मुद्रा प्रवाहित की जाती थी। आज साइबर अपराध उससे भी खतरनाक है।