• नरसंहार के बाद जागा पाक , तालिबान को खत्म करने का संकल्प

    इस्लामाबाद/ नई दिल्ली ! पेशावर में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की आंखें खुल गई हैं। पाकिस्तान ने पहली बार कहा है कि आतंकवाद सिर्फ आतंकवाद होता है। आतंकवाद अच्छा या बुरा नहीं होता। पाकिस्तान राजनीतिक दलों ने एकजुटता दिखाते हुए तालिबान को पूरी तरह से खत्म करने का संकल्प लिया है। यही नहीं सरकार ने फांसी पर लगे प्रतिबंध को हटाने का भी निर्णय लिया है। इस निर्णय पर यदि अमल हुआ तो लगभग आठ खूंखार आतंकियों को फांसी हो सकती है।...

    इस्लामाबाद/ नई दिल्ली !   पेशावर में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की आंखें खुल गई हैं। पाकिस्तान ने पहली बार कहा है कि आतंकवाद सिर्फ आतंकवाद होता है। आतंकवाद अच्छा या बुरा नहीं होता। पाकिस्तान राजनीतिक दलों ने एकजुटता दिखाते हुए तालिबान को पूरी तरह से खत्म करने का संकल्प लिया है। यही नहीं सरकार ने फांसी पर लगे प्रतिबंध को हटाने का भी निर्णय लिया है। इस निर्णय पर यदि अमल हुआ तो लगभग आठ खूंखार आतंकियों को फांसी हो सकती है।प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सभी पार्टियां एकजुट हैं। इससे पहले गवर्नर हाउस में सर्वदलीय बैठक हुई। नवाज ने सभी नेताओं का बैठक में हिस्सा लेने पर आभार जताया और कहा कि यह पाकिस्तान के इतिहास का दुखद दिन है। उन्होंने कहा कि हमें बच्चों की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। हम पेशावर हमले के बाद अपने दिमाग में आई तस्वीरों को याद रखेंगे ताकि हम आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखें। तालिबान के साथ बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवाद से लड़ रहा है, जिसने हमारी अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित किया है। मंगलवार की त्रासद घटना आंख खोलने वाली है। हम जर्ब-ए-अज्ब के जरिए आतंकवाद से लड़ रहे हैं। हम सफल रहे हैं और हमें इस समस्या को मिटाने के लिए अब थोड़ी-सी जमीन और फतह करनी बाकी है। नवाज ने कहा कि मृत्युदंड पर लगी रोक हटा ली जाएगी, ताकि उन आतंकवादियों को मृत्युदंड दिया जा सके, जिनका मृत्युदंड लंबित है।  इस घटना से पूरी दुनिया स्तब्ध हमले के बाद प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आहूत बैठक में अवामी नेशनल पार्टी, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी, कौमी वतन पार्टी, पख्तूनख्वा मिली अवामी पार्टी और अन्य दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।  पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख इमरान खान भी इस बैठक में उपस्थित थे। यह पाकिस्तान के इतिहास का दुखद दिन है। हमें बच्चों की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। हम पेशावर हमले के बाद अपने दिमाग में आई तस्वीरों को याद रखेंगे ताकि हम आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखें : नवाज शरीफ

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