• सबूत मांगने पर सरकार के छूटे पसीने

    नई दिल्ली ! इराक में अब तक लापता 39 भारतीय नागरिकों के मामले को लेकर संसद में विपक्ष ने सरकार से स्पष्टïीकरण मांगा है। विपक्ष ने पूछा है कि यदि सभी लापता भातीय नागरिक जिंदा हैं तो सरकार इसका पूरा ब्यौरा दे। कहा जा रहा है कि आतंकी संगठन आईएसआईएस ने सभी भारतीय बंधकों को मौत के घाट उतार दिया है। सवालों से घिरी केंद्र सरकार ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि सभी भारतीय अभी जिंदा हैं और सरकार उनकी रिहाई पर काम कर रही है।...

    इराक में अपहृत 39 भारतीय नागरिकों का मामला आईएसआईएस ने 39 भारतीयों को किया था अगवा भारतीय नागरिक मोसुल की एक कंपनी में थे कार्यरत विपक्ष ने सरकार से उनके जिंदा होने का मांगा सबूत सरकार ने कहा, रिहाई के लिए किए जा रहे हैं प्रयास   सरकार को छह सूत्रों से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि इराक में बंधक बनाए गए 39 भारतीय नागरिकों की हत्या नहीं की गई है और सरकार उनकी रिहाई पर काम कर रही है : सुषमा स्वराज नई दिल्ली !    इराक में अब तक लापता 39 भारतीय नागरिकों के मामले को लेकर संसद में विपक्ष ने सरकार से स्पष्टïीकरण मांगा है। विपक्ष ने पूछा है कि यदि सभी लापता भातीय नागरिक जिंदा हैं तो सरकार इसका पूरा ब्यौरा दे। कहा जा रहा है कि आतंकी संगठन आईएसआईएस ने सभी भारतीय बंधकों को मौत के घाट उतार दिया है। सवालों से घिरी केंद्र सरकार ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि सभी भारतीय अभी जिंदा हैं और सरकार उनकी रिहाई पर काम कर रही है। लेकिन सरकार विपक्ष के समक्ष भारतीय नागरिकों के सुरक्षित होने का सबूत नहीं पेश कर पाई। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि सरकार को छह सूत्रों से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि इराक में बंधक बनाए गए 39 भारतीय नागरिकों की हत्या नहीं की गई है और सरकार उनकी रिहाई पर काम कर रही है। सुषमा ने लोकसभा में कहा कि सरकार का बंधक बनाए गए लोगों से कोई सीधा संपर्क नहीं है और अपहृत भारतीयों की रिहाई को सुनिश्चित करने के लिए खाड़ी देशों में उच्चस्तरीय संपर्क स्थापित करने की कोशिश की गई है। भारतीय नागरिक मोसुल में तुर्की की एक निर्माण कंपनी के साथ कार्यरत थे। उन्हें जून महीने में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने अगवा कर लिया। सुषमा ने राज्यसभा में भी यही बात कही और कहा कि अभी तक अपहृत भारतीयों के जिंदा होने या उनकी हत्या के संबंध में कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। लोकसभा में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनसे पहले इराक में अगवा किए गए भारतीय नागरिकों की हत्या होने की खबरों का उल्लेख किया था। सुषमा ने कहा कि ये सभी सूचनाएं सिर्फ एक सूत्र से आई हैं। उन्होंने कहा कि एक सूत्र हरजीत मसीह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से निकलने में कामयाब रहा और वह अभी सरकार के संरक्षण में है। मंत्री ने कहा, एक व्यक्ति ने कहा कि सभी मारे गए हैं। छह सूत्र कह रहे हैं कि वे नहीं मारे गए हैं। यह संदेश लिखित मिला है। सुषमा ने कहा कि उन्होंने यह संदेश वित्त मंत्री अरुण जेटली और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर को दिखाया है। उन्होंने कहा, संदेश हर दिन प्राप्त हो रहा है। सुषमा ने कहा कि रेड क्रीसेंट उन संगठनों में है, जिसका कहना है कि बंधकों की हत्या नहीं हुई है। मंत्री ने कहा कि मसीह ने कहा था कि भारतीयों और बांग्लादेशी नागरिकों को बंधक वाले स्थान से दूर ले जाया गया और उन्हें अलग कर दिया गया। मसीह ने यह भी कहा कि भारतीयों को जंगल ले जाकर उनकी हत्या कर दी गई और लेकिन वह स्वयं भागने में सफल रहा, लेकिन उसके बयान बार-बार बदलते रहे हैं।

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