• राजा महेंद्र प्रताप सिंह के जन्मदिन पर विवाद

    अलीगढ़/नई दिल्ली ! अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कुलपति द्वारा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को लिखे गए पत्र ने राजनीति विवाद पैदा कर दिया है। कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल जमीर उद्दीन शाह ने ईरानी को लिखे पत्र में कहा है कि अगर एक दिसंबर को विश्वविद्यालय परिसर में राजा महेंद्र प्रताप सिंह के जन्मदिन के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन होता है, तो इससे अशांति फैलेगी और सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है। ...

    ईरानी को एएमयू के कुलपति के पत्र से भड़का विवाद अलीगढ़/नई दिल्ली !  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कुलपति द्वारा केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को लिखे गए पत्र ने राजनीति विवाद पैदा कर दिया है। कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल जमीर उद्दीन शाह ने ईरानी को लिखे पत्र में कहा है कि अगर एक दिसंबर को विश्वविद्यालय परिसर में राजा महेंद्र प्रताप सिंह के जन्मदिन के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन होता है, तो इससे अशांति फैलेगी और सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है। ईरानी ने इस संबंध में शाह के किसी पत्र के मिलने से इंकार किया है। मंत्री को लिखे पत्र में शाह ने कहा, "खुद को विभिन्न राजनीतिक पार्टियों का सदस्य बताने वाले लोगों द्वारा कार्यक्रम का आयोजन करने और कुछ लोगों द्वारा आयोजन न करने देने की घोषणा से होने वाली गड़बड़ी के मद्देनजर अगर इस राजनीतिक खेल को आगे बढ़ने दिया गया तो यह गंभीर गड़बड़ी पैदा करेगा। उन्होंने हालांकि, तनाव पैदा करने वाले लोगों का नाम लेने से इंकार किया। ईरानी ने नई दिल्ली में कहा, "मुझे कोई पत्र नहीं मिला है। रात नौ बजे जब मैं कार्यालय से निकली, मुझे ऐसा कोई पत्र नहीं मिला।"कुलपति द्वारा इंगित तनाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "मैं इस पर तभी प्रतिक्रिया दे सकती हूं, जब मुझे पत्र मिले और मैं उसे पढ़ूं।"शाह ने अपने पत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई द्वारा राजा महेंद्र प्रताप के जन्मदिन की योजना से फैलने वाली अशांति का जिक्र किया था। शाह ने कहा कि भाजपा का दावा है कि यह जमीन प्रताप ने विश्वविद्याल को दान में दी थी। हालांकि, शाह ने कहा कि प्रताप ने जमीन लीज पर दी थी। सीएनएन-आईबीएन समाचार चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा, "मुझे ईरानी का कोई जवाब नहीं मिला है। हमने पत्र में लिखा है कि हमें लग रहा है कि अगर स्थिति को नियंत्रण में नहीं किया गया तो काफी गड़बड़ी फैल जाएगी।"उन्होंने कहा, "राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय के दानदाताओं में एक थे और मैं यह भी स्पष्ट कर दूं कि उन्होंने कोई जमीन विश्वविद्यालय को दान में नहीं दी थी। जमीन लीज पर ली गई थी, जिसके लिए विश्वविद्यालय ने भुगतान किया है।"शाह ने कहा, "कई राजनीतिक पार्टियां उन्माद पर हैं। मेरा अनुरोध है कि इसे समाप्त करें, क्योंकि मैं अलीगढ़ में सांप्रदायिक तनाव नहीं चाहता। मेरा प्राथमिक लक्ष्य विश्वविद्यालय में कानून-व्यवस्था बनाए रखना है।"जब उनसे पूछा गया कि वे प्रताप का 128वां जन्मदिन क्यों नहीं मना रहे, तो उन्होंने कहा, "जन्मदिन मनाने में कोई दिक्कत नहीं है। हम खुद इसे मनाना चाहते थे, लेकिन हम किसी पर इसके लिए दबाव नहीं डालेंगे। हम इसे मनाएंगे, लेकिन अपने तरीके से मनाएंगे।"इस बीच, सैंकड़ों छात्रों ने विश्वविद्यालय के बाहर भाजपा विरोधी नारेबाजी की और तख्त लिए खड़े नजर आए। नई दिल्ली में अलीगढ़ के भाजपा नेता सतीष गौतम ने कहा कि वे प्रताप का जन्मदिन इसलिए मनाना चाहते हैं कि उन्होंने यह जमीन दान में दी थी, जिस दावे को विश्वविद्यालय खारिज कर रहा है। भाजपा की निंदा करते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि कुलपति के विचार को बेहद गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। तिवारी ने कहा, "एएमयू केंद्रीय विश्वविद्यालय है। अगर कुलपति को प्रशासन की जिम्मेदारी मिली है, तो उनके विचार को गंभीरता से लेना चाहिए और कुछ और नहीं किया जाना चाहिए, जो कि विश्वविद्यालय के माहौल को खराब करे।"मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि भाजपा का असली चेहरा सामने आ रहा है और पूरा विवाद बेतुका है। ओवैसी ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, "यह बिल्कुल बकवास है, जो भी दावा है वह झूठा है। अगर वे ऐसे दावे कर रहे हैं, तो उन्हें सबूत सामने लाना चाहिए। अलीगढ़ की जमीन उस वक्त लोगों के योगदान से खरीदी गई थी और सर सैयद अहमद खान ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, वह विश्वविद्यालय के संस्थापक हैं। यह सिर्फ माहौल को खराब करने की कोशिश है, ताकि इससे राजनीतिक लाभ लिया जा सके।"बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने कहा कि राज्य सरकार मुद्दे को गंभीरता से ले और ऐसे किसी कार्यक्रम का आयोजन न होने दे। सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) ने कहा कि वह ऐसे किसी आयोजन को नहीं होने देगी और न ही किसी को प्रदर्शन करने देगी।

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