• 'परमाणु टकराव से दूर रहे भारत-पाक'

    नई दिल्ली ! दक्षिण एशियाई राष्ट्रों के कार्यकर्ताओं तथा प्रख्यात लोगों के एक समूह ने भारत तथा पाकिस्तान के नेताओं से परमाणु टकराव से दूर रहने की अपील की है। दक्षिण एशिया लोकतांत्रिक संघ (एसएडीयू) अभियान द्वारा जारी एक ज्ञापन के मुताबिक, "भारत तथा पाकिस्तान ने आत्मरक्षा के लिए लगभग 200 परमाणु हथियार जमा कर रखे हैं।"...

    नई दिल्ली !  दक्षिण एशियाई राष्ट्रों के कार्यकर्ताओं तथा प्रख्यात लोगों के एक समूह ने भारत तथा पाकिस्तान के नेताओं से परमाणु टकराव से दूर रहने की अपील की है। दक्षिण एशिया लोकतांत्रिक संघ (एसएडीयू) अभियान द्वारा जारी एक ज्ञापन के मुताबिक, "भारत तथा पाकिस्तान ने आत्मरक्षा के लिए लगभग 200 परमाणु हथियार जमा कर रखे हैं।"ज्ञापन के मुताबिक, "लेकिन आत्मरक्षा के लिए परमाणु हथियार एक तर्कहीन राजनीतिक तर्क है।"यह ज्ञापन नेपाल में 26 तथा 27 नवंबर को होने वाले दक्षेस शिखर सम्मेलन के ठीक एक दिन पहले सामने आया है। ज्ञापन में दोनों देशों से टकराव की राह छोड़ने तथा संकीर्ण क्षेत्रीय, उपराष्ट्रीय और सांप्रदायिक ताकतों के गंभीर तत्वों द्वारा उत्पन्न चुनौतियों को स्वीकार करने का आग्रह किया गया है। ज्ञापन में कहा गया है, "सामुदायिक शीत युद्ध की राजनीति ने नेताओं को अंधा कर दिया है।"ज्ञापन पर पूर्व महान्यायवादी जनरल सोली जे.सोराबजी, अर्थशास्त्री मेघनाद देसाई, बांग्लादेशी पत्रकार हारून हबीब तथा पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता आई.ए.रहमान समेत कई लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं।

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