• छह माह बाद फिर दक्षेस नेताओं से मिलेंगे मोदी

    नई दिल्ली ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को काठमांडू में होने वाले 18वें दक्षेस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यहां पर वह सभी दक्षिण एशियाई देशों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। मोदी छह माह पहले ही अपने शपथ ग्रहण समारोह में सभी दक्षेस नेताओं से मिले थे। दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (दक्षेस) शिखर सम्मेलन की बैठक के दौरान मोदी दक्षिण एशिया क्षेत्र में विकास की संभावनाओं पर भारत का दृष्टिकोण रखेंगे। ...

    नई दिल्ली !   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को काठमांडू में होने वाले 18वें दक्षेस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यहां पर वह सभी दक्षिण एशियाई देशों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। मोदी छह माह पहले ही अपने शपथ ग्रहण समारोह में सभी दक्षेस नेताओं से मिले थे। दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (दक्षेस) शिखर सम्मेलन की बैठक के दौरान मोदी दक्षिण एशिया क्षेत्र में विकास की संभावनाओं पर भारत का दृष्टिकोण रखेंगे।मोदी ने 26 मई को अपने प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में दक्षेस देशों अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका के नेताओं को बुलाया था। उनकी इस पहल को विदेश नीति के परिदृश्य में अहम माना गया था। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने भी उनके शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था। दक्षेस सम्मेलन की तारीखें मोदी सरकार के छह माह का कार्यकाल पूरा होने के साथ मेल खा रही हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने पत्रकारों से यहां कहा, "प्रधानमंत्री ठीक छह माह बाद दक्षिण एशियाई देशों के साथ होंगे।"उन्होंने बताया कि मोदी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 25 नवंबर को काठमांडू जाएंगे। वह दक्षेस नेताओं के साथ सार्थक बातचीत को लेकर बड़े उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि दक्षेस सम्मेलन में भाग लेने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, विदेश सचिव सुजाता सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी काठमांडू जाएंगे।अकबरुद्दीन ने कहा, "आर्थिक, सामाजिक और वैज्ञानिक क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत दक्षेस को क्षेत्रीय सहयोग की रूपरेखा के तौर पर देख रहा है ताकि दक्षिण एशियाई क्षेत्रों के विकास में तेजी लाई जा सके।"

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