नई दिल्ली ! मोदी के सिडनी कार्यक्रम के आयोजकों ने सफाई दी है कि भारतीय प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की संचालक ने कभी भी मिस इंडिया आस्ट्रेलिया होने का दावा नहीं किया। दरअसल, मोदी के कार्यक्रम के बाद यह विवाद सामने आया था कि कार्यक्रम की प्रस्तोता बनने के लिए युवती ने कथित तौर पर मिस इंडिया आस्ट्रेलिया होने का दावा किया था।भारतीय आस्ट्रेलिया समुदाय संस्थान (आईएसीएफ) ने सिडनी के अल्फोंस एरेना में 17 नवंबर को मोदी के स्वागत के लिए एक कार्यक्रम रखा था, जहां पर उनके भाषण को सुनने के लिए 16,000 से भी अधिक लोग इकट्ठे हुए थे। इनमें ज्यादातर भारतीय मूल के थे।समारोह के प्रस्तोता राशि कपूर और सिद्धार्थ त्रिवेदी थे।राशि ने कहा कि वह वास्तव में 'मिस इंडिया ग्लोबल 2013' की विजेता थीं। उन्होंने आईएएनएस को बताया कि यह विवाद उनके मिस इंडिया आस्ट्रेलिया के गलत परिचय पर मीडिया रिपोर्टिग के कारण शुरू हुआ।उन्होंने कहा, "निजी तौर पर मैंने कभी भी अपने खिताब को गलत तरीके से उद्धृत नहीं किया। मीडिया के कुछ वर्गो ने मेरे खिताब को गलत समझ लिया और बाद में वह खबर के रूप में बाहर आया। मीडिया के कुछ वर्गो ने हालांकि मेरे खिताब को सही तौर पर प्रस्तुत किया।"राशि ने कहा, "मैं अपनी जिंदगी के सबसे बड़े प्रदर्शन की तैयारियों में व्यस्त थी। मेरे पास इस तरह के आरोपों के जवाब के लिए समय ही नहीं था। जैसे ही यह कार्यक्रम खत्म हुआ, मैंने फेसबुक पेज पर अपनी सफाई दी, जिसमें मेरे सही खिताब का विवरण है।"समाचार पत्र हेराल्ड सन के मुताबिक, यह खिताब फाल्गुनी कटारिया ने जीता है, जो कि इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की प्रस्तोता बनने अवसर खोकर खुद को तबाह महसूस कर रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा, "पूरी तरह से हैरान हूं कि कोई और मिस इंडिया आस्ट्रेलिया होने का दावा कर रहा है"।रपट में फाल्गुनी के हवाले से बताया गया, "मैंने सोचा था कि मुझे प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के संचालन के लिए कहा जाएगा, जैसा अमेरिका में मिस इंडिया अमेरिका ने किया था।"आईएसीएफ ने इसी बीच आईएएनएस को फोन पर बताया कि कार्यक्रम के लिए प्रस्तोता का चयन एक परीक्षण प्रक्रिया के बाद कार्यकारी समिति की मंजूरी के बाद हुआ था और सौंदर्य के आधार पर प्रतियोगी के चयन का कोई सवाल ही नहीं था।"आईएसीएफ के प्रवक्ता बालेश धनखड़ ने कहा, "आईएसीएफ के समिति सदस्यों ने राशि और सिद्धार्थ को परीक्षणों की एक श्रृंखला के द्वारा चुना था, और ऐसा कभी विचार भी नहीं किया गया कि कोई सौंदर्य प्रतियोगिता की विजेता इस कार्यक्रम का संचालन करेगी।"