• आईपीएल मामला : सुंदर रमण ने आरोपों का खंडन किया

    इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर रमण ने मुद्गल समिति द्वारा न्यायालय को दिए गए स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी संबंधी जांच रिपोर्ट के जवाब में एक हलफनामा सर्वोच्च न्यायालय को सौंपते हुए अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है। वेबसाइट क्रिकइंफो के अनुसार मुद्गल समिति ने न्यायालय को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा है, "रमण एक सट्टेबाज को जानते थे और एक सत्र में उन्होंने उस सट्टेबाज से आठ बार संपर्क भी किया। रमण ने हालांकि ऐसे आरोपों से इंकार किया और कहा कि वह उस व्यक्ति के सट्टेबाजी में लिप्त होने से अनभिज्ञ थे।"...

    मुंबई | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर रमण ने मुद्गल समिति द्वारा न्यायालय को दिए गए स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी संबंधी जांच रिपोर्ट के जवाब में एक हलफनामा सर्वोच्च न्यायालय को सौंपते हुए अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है। वेबसाइट क्रिकइंफो के अनुसार मुद्गल समिति ने न्यायालय को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा है, "रमण एक सट्टेबाज को जानते थे और एक सत्र में उन्होंने उस सट्टेबाज से आठ बार संपर्क भी किया। रमण ने हालांकि ऐसे आरोपों से इंकार किया और कहा कि वह उस व्यक्ति के सट्टेबाजी में लिप्त होने से अनभिज्ञ थे।"रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रमण को चेन्नई सुपर किंग्स के टीम अधिकारी गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के सह-मालिक राज कुंद्रा के भी सट्टेबाजी में संलिप्त होने की जानकारी थी लेकिन उन्होंने इसके खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया। दूसरी ओर रमण ने अपने हलफनामे में कहा, "एक पेशेवर के तौर पर मेरे पास 20 सालों का अनुभव है। मुझे 2008 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में नियुक्त किया गया। अपने काम के सिलसिले में मुझे कई अधिकारियों, नौकरशाहों तथा समाज के सभी क्षेत्रों के महत्वपूर्ण लोगों से मिलना होता है।"  "मुद्गल समिति की रिपोर्ट यह पुष्टि नहीं करती कि मुझे यह मालूम था कि जिससे मैं मिला उसके संबंध सटोरियों से हैं। उस व्यक्ति की पहचान एक फिल्म और टीवी कलाकार के रूप में भी है। मैं भी आईपीएल के काम के तहत उससे उसी रूप में मिला।" उल्लेखनीय है कि सर्वोच्च न्यायालय ने मुद्गल समिति द्वारा आईपीएल-2013 में हुए कथित स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी की जांच से संबंधित जमा कराई गई रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए एन. श्रीनिवासन, मयप्पन, कुंद्रा और रमण का नाम लिया था। इस पूरे मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होनी है।


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