• शारदा घोटाला : तृणमूल सांसद सृंजय बोस गिरफ्तार

    कोलकाता ! पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को झटका देते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को तृणमूल के राज्यसभा सदस्य सृंजय बोस को करोड़ों रुपये के शारदा घोटाले में गिरफ्तार कर लिया। तृणमूल कांग्रेस के मुखपत्र 'जागो बांग्ला' के संपादक बोस को शारदा के मालिक तथा घोटाले के कथित मास्टरमाइंड सुदिप्त सेन को ब्लैकमेल करने का आरोपी बनाया गया है। गिरफ्तारी से पहले उनसे सीबीआई ने लगभग छह घंटे तक पूछताछ की।...

    कोलकाता !  पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को झटका देते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को तृणमूल के राज्यसभा सदस्य सृंजय बोस को करोड़ों रुपये के शारदा घोटाले में गिरफ्तार कर लिया। तृणमूल कांग्रेस के मुखपत्र 'जागो बांग्ला' के संपादक बोस को शारदा के मालिक तथा घोटाले के कथित मास्टरमाइंड सुदिप्त सेन को ब्लैकमेल करने का आरोपी बनाया गया है। गिरफ्तारी से पहले उनसे सीबीआई ने लगभग छह घंटे तक पूछताछ की।एक सीबीआई अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "बोस को सीबीआई ने करोड़ों रुपये के शारदा चिटफंड घोटाला मामले में प्रथम दृष्टया संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया है। उनपर आपराधिक षडयंत्र रचने, फंड का अनुचित इस्तेमाल तथा अनुचित वित्तीय लाभ पाने का आरोप है।"इस घोटाले में गिरफ्तार किए गए वह तृणमूल के दूसरे नेता हैं। इसके पहले सीबीआई ने तृणमूल नेता और राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक रजत मजूमदार को गिरफ्तार किया था।बोस की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की।सीबीआई के अलावा पूर्व में बोस से प्रवर्तन निदेशालय तथा गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) ने भी पूछताछ की थी।हालांकि, परिवहन मंत्री मदन मित्रा स्वास्थ्य कारणों से सीबीआई के समक्ष पेश नहीं हुए। एसएसकेएम अस्पताल में श्वसन संबंधी इलाज करा रहे मित्रा को भी सीबीआई ने सम्मन भेजा था।मित्रा को मंगलवार को निजी चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया था और फिर गुरुवार दोपहर उन्हें एसएसकेएम में भर्ती कराया गया। उन्हें वीआईपी मरीजों के लिए आरक्षित वुडबर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है।बोस का नाम सेन ने उस कथित पत्र में लिया था, जिसे अप्रैल में सीबीआई को लिखा गया था।पत्र में सेन ने दावा किया था कि मीडिया के धंधे में आने के बाद ही बंगाली दैनिक ने उनपर हमले शुरू किए थे।राज्य में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "जिस प्रकार एक के बाद एक तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की गिरफ्तारी हो रही है, उससे तो यही शक होता है कि शारदा घोटाले में पूरा तृणमूल कांग्रेस ही शामिल है, इसलिए मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए, ताकि जांच सही दिशा में हो सके।"भाजपा के राष्ट्रीय सचिव तथा प्रदेश में पार्टी के पर्यवेक्षक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आईएएनएस से कहा, "सारी कड़ियां जुड़कर ममता के दरवाजे तक पहुंचती हैं। सृंजय बड़े नेता हैं, जो शारदा के बारे में बहुत कुछ जानते हैं। ममता इस बात से इंकार नहीं कर सकतीं और उन्हें 17 लाख लोगों की कमाई की लूट का जवाब देना होगा।"राजनीतिक विश्लेषक विश्वनाथ चक्रवर्ती ने कहा कि बोस की गिरफ्तारी ममता बनर्जी तथा तृणमूल के लिए गहरा झटका है।रबींद्र भारती विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने आईएएनएस से कहा, "इससे कई नेताओं की गिरफ्तारी का रास्ता प्रशस्त होगा। विपक्ष को मुद्दा मिलने के अलावा ममता बनर्जी का पक्ष और कमजोर होगा।"शारदा घोटाला पिछले वर्ष अप्रैल में प्रकाश में आया था। निवेशकों का पैसा लौटाने में असमर्थ होने के बाद कंपनी को अपनी दुकान बंद करनी पड़ी थी।कंपनी की हालत बद से बद्तर होने के बाद इसके कई निवेशकों व एजेंटों ने आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद पूरे प्रदेश में विरोध-प्रदर्शन हुआ था।सेन तथा उनके कई महत्वपूर्ण सहयोगी घोटाले में सलाखों के पीछे हैं।

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